नई दिल्ली। कोरोना वायरस के खतरे और उससे निपटने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी शुक्रवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्य सभा में दी। उन्होंने अपने वक्तव्य में सदन को बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने और इसकी रोकथाम के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय सभी जरूरी कदम उठा रहा है।

डा. हर्षवर्धन ने चीन से आए यात्रियों पर निगरानी से लेकर सभी 12 हवाई अड्डों पर चीन, हांगकॉंग, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। उन्होंने सदन को बताया कि केरल में कोरोना वायरस के तीन मामले आए हैं और सभी मरीजों की हालत स्थिर है। डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि इस बारे में 17 जनवरी को पहली एडवायजरी जारी की गई थी। तब से समय-समय पर संशोधित एडवायजरी जारी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि देश में आगे कोरोना वायरस का संक्रमण न आए, इसके लिए चीन से आने वाले लोगों के वीजा पर रोक लगा दी गई। चीन के वुहान शहर में कोरोना के कहर के कारण वहां सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं। वहां फंसे भारत के 654 छात्रों को बाहर सुरक्षित निकालने के लिए एयरइंडिया के विशेष विमान ने 31 जनवरी और 1 फरवरी को उड़ान भरी थी। वहां से 647 भारतीय छात्रों और मालदीव के 7 नागरिकों को भी सुरक्षित निकाल लिया गया। इस काम के लिए एयरइंडिया बधाई की पात्र हैं। वहां से लाए गए सभी छात्रों को मानेसर और छावला स्थित कैंप में रखा गया है। सभी की जांच की गई और सभी जांच में नेगेटिव पाए गए हैं।

उन्होंने जानकारी दी कि 18 जनवरी से अब तक कुल 1275 फ्लाइट्स के 1,39,539 यात्रियों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 150 संदिग्ध यात्री पाए गए थे, जिनमें कोरोना वायरस से मिलते जुलते लक्षण पाए गए। उन्हें अलग कर उनकी जांच की गई। इसके लिए सभी 12 हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग मशीनों के साथ स्वास्थ्य विशेषज्ञों को रखा गया है। उन्होंने बताया कि नेपाल में कोरोना वायरस के एक मामले की पुष्टि होने के बाद वहां से आने-जाने वाले रास्तों पर स्क्रीनिंग कैंप लगाए गए हैं। नेपाल से सटे गांवों में इस बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष पंचायतें लगाई जा रही हैं। उन्होंने जानकारी दी कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कंट्रोल रूम (011-23978046) भी बनाया है, जो 24 घंटे सक्रिय रहता है।

कोरोना वायरस से निपटने के लिए अफगानिस्तान और भूटान ने मांगी मदद
डॉ. हर्षवर्धन ने जानकारी दी कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए अफगानिस्तान ने सैंपल जांच के लिए मंत्रालय से मदद मांगी है औऱ भूटान ने भी तकनीकी सहयोग की अपेक्षा की है। दोनों देशों को भरपूर मदद की जा रही है।

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