नई दिल्ली।  दुनिया के कई देशों में जीवन सामान्य होने के बीच कोरोना वायरस की वजह से लगाए गए प्रतिबंधों में राहत दे दी गई है, तो वहीं एशिया में संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं और अगर सावधानी नहीं बरती गई, तो मुमकिन है कि दुनिया कोविड-19 की एक नई लहर जल्द ही देखेगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ ही कई वैज्ञानिक पहले भी इसकी चेतावनी देते रहे हैं.

चीन में ओमिक्रॉन स्वरूप के हिस्से बीए.2 ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. जिलिन और शेनझेन सहित कई शहरों में मामले बढ़ने के साथ ही लॉकडाउन लगा दिया गया है. दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाले देश में कोरोना वायरस की इस नई लहर के लिए ‘स्टील्थ ओमिक्रॉन’ को जिम्मेदार बताया जा रहा है. ऐसे में लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर ये ‘स्टील्थ ओमिक्रॉन’ क्या नई मुसीबत है?

तो आपको बता दें कि ये कोरोना का कोई नया नहीं, बल्कि वहीं BA.2 वेरिएंट हैं जिसकी वजह से भारत में तीसरी लहर आई थी. दरअसल, ओमिक्रॉन के इस स्वरूप को विशेषज्ञों ने कुछ आनुवंशिक बदलावों के कारण ‘स्टील्थ वेरिएंट’ नाम दिया है. यह नाम देने के पीछे एक प्रमुख कारण यह भी है कि ओमिक्रॉन का BA.2 वेरिएंट शरीर की प्रतिरोधी क्षमता को चकमा देने में काफी हद तक सक्षम है.

झारखंड के लोगों के लिए बड़ी खबर, कल तक कर लें ये काम वरना बड़ी मुसीबत में फंसेंगे

ओमिक्रॉन के मुकाबले बीए.2 वेरिएंट अधिक तेजी से फैलता है

स्टेटेंस सीरम इंस्टीट्यूट (एसएसआई) के नेतृत्व में किए गए एक शोध की मानें, तो सार्स-कोव-2 वायरस के ओमिक्रॉन स्वरूप का एक उपस्वरूप बीए.2 इसके मूल स्वरूप (वेरिएंट) से कहीं अधिक संक्रामक है. बीए.2 वेरिएंट 39 फीसदी की मारक क्षमता के साथ लोगों को अपनी चपेट में लेता है. बीए.2 के कम समय में ज्यादा लोगों को संक्रमित करने की मुख्य वजह भी यही मानी जा रही है.

कई देशों में बढ़ रहे हैं मामले

यूएसए टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के आंकड़ों के अनुसार, यूके, नीदरलैंड, जर्मनी, स्विट्जरलैंड और इटली में पिछले सप्ताह कोरोना मामलों में वृद्धि देखी गई. जिन देशों के डेटा में मामलों में वृद्धि हुई है, उनमें से कुछ ने आयरलैंड, यूके और नीदरलैंड सहित कई देशों में अस्पताल में भर्ती होने में भी वृद्धि देखी है.

ब्रिटेन में लगभग 25 लोगों में एक संक्रमित

बीबीसी ने बताया कि ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ओएनएस) के नए अनुमान के अनुसार पूरे ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, जिसमें लगभग 25 लोगों में से एक संक्रमित है. गार्जियन ने बताया कि कोरोना के साथ अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या भी पिछले सप्ताह बढ़ने लगी और 9 मार्च को 1,521 को इंग्लैंड में भर्ती कराया गया, जो जनवरी के अंत के बाद से सबसे अधिक संख्या है.

वैज्ञानिकों ने कहा, ये उछाल ओमिक्रॉन के नए वेरिएंट बीए.2 के कारण हुआ है. जैसे-जैसे ज्यादा से ज्यादा लोग एक दूसरे से मिल रहे हैं, तो बूस्टर टीकों की प्रभावशीलता भी कम होने लगी है.

Smartphone से लेकर Refrigerator तक, जानिए 1 अप्रैल से क्या होगा सस्ता और महंगा

रिश्वत लेने के आरोपी सब इंस्पेक्टर को पकड़ने 1 KM तक दौड़ी एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम

Show comments
Share.
Exit mobile version