डेढ़ साल पहले ही निकाह हुआ था। घर में नन्हा मेहमान आने वाला था। पत्नी को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले गया तो पता चला कि वह कोरोना पॉजिटिव है। इसकी भनक लगते ही पत्नी को अस्पताल में छोड़कर पति भाग निकला।

यही नहीं जब अस्पताल कर्मियों ने उसके नंबर पर कॉल किया तो पत्नी को पहचानने से ही इनकार कर दिया। वहीं सिजेरियन सर्जरी में देरी से बच्चा गर्भ में ही मर गया।

इस विपत्ति के बावजूद पीड़िता ने आठ दिन तक अस्पताल में रहकर कोरोना से जंग जीत ली और स्वस्थ होकर मायके चली गई।

महिला का कहना है कि पति के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाएगी। इंदिरानगर की हिना (24) का निकाह फरवरी 2019 में चांदन गांव निवासी फकरुल के साथ हुआ था। बीते चार जुलाई को उसे डिलीवरी के लिए लोहिया अस्पताल ले जाया गया।

डॉक्टरों ने उसकी कोरोना जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। पति को इसका पता चलते ही वह गायब हो गया। इसके बाद महिला ने अपने मायके काल करके पिता को जानकारी दी।

ससुर ने दमाद के नंबर पर कॉल किया तो उसने कोरोना मरीज से किसी तरह के संबंध न होने की बात कही। इसके बाद अकेले अस्पताल में पड़ी हिना की देखरेख के लिए उसकी बहन पहुंची और दोनों को लोकबंधु अस्पताल भेज दिया गया।

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