इंफाल: पराक्रम दिवस के अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि मणिपुर के मोइरांग में स्थित आईएनए (आजाद हिंद फौज) स्मारक आधुनिक भारत का तीर्थस्थल है।

 

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह होसबोले सोमवार सुबह आईएनए मेमोरियल, मोइरांग पहुंचे थे। आरएसएस के सरकार्यवाह मणिपुर में चार दिवसीय दौरे पर हैं। आईएनए स्मारक पर उन्होंने पुष्पांजलि अर्पित की और पराक्रम दिवस के राष्ट्रव्यापी उत्सव में शामिल हुए। यह वही स्थान है, जहां नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1944 में पहली बार भारत की धरती पर स्वतंत्र भारत का झंडा फहराया था।

होसबाले ने कहा कि, “भारत माता के महान सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनकी जयंती पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि। उनकी अदम्य भावना और अविस्मरणीय कार्य सभी भारतीयों के लिए सदैव प्रेरणादायी है। यह स्मारक (मोइरांग) आधुनिक भारत का एक तीर्थस्थल है।” उन्होंने कहा कि “आईएनए भारत के स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।

आईएनए के महान बलिदान और अंग्रेजों के खिलाफ युद्ध के कारण ही करोड़ों भारतीय ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ आवाज उठाने और स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए उत्साहित हुए। होसबोले ने कहा कि मुंबई का नौसेना विद्रोह आईएनए के आंदोलन और सैकड़ों और हजारों पुरुषों और महिलाओं द्वारा किए गए बलिदानों से प्रेरित था। उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में मणिपुर और पूर्वोत्तर के लोगों के बलिदान की भी प्रशंसा की। आईएनए के योगदान ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को उसके अंत तक यानी स्वंतत्रता प्राप्ति तक पहुंचा दिया।

इस मौके पर दत्तात्रेय होसबाले ने राजन सिंह, असम क्षेत्र कार्यवाह, उल्हास कुलकर्णी, असम क्षेत्र प्रचारक, एमएम अशोकन, असम क्षेत्र प्रचार प्रमुख के साथ आईएनए मुख्यालय और संग्रहालय का भी दौरा किया। अपनी यात्रा के दौरान होसबाले ने मोइरांग में स्थानीय गणमान्य लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की।

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