– पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल में शामिल 92 जायरीन ने भी दरगाह में लगाई हाजिरी
नई दिल्ली। साम्प्रदायिक सौहार्द और आपसी मेल-मिलाप की प्रतीक दरगाह हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया का 716वां उर्स समारोह शुरू हो गया है। समारोह में इस वर्ष पाकिस्तान से भी श्रद्धालु भाग लेने के लिए आए हैं।
ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया का उर्स समारोह हर साल अपनी परंपरागत आन बान शान के साथ आयोजित किया जाता है जिसमें सभी धर्मों के मानने वाले लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते है। सालाना उर्स के मौके पर बस्ती हजरत निजामुद्दीन स्थित ख्वाजा हजरत निजामुद्दीन औलिया की दरगाह को दिलकश अंदाज में सजाया गया है। आज दोपहर बाद बड़े कुल की रस्म अदा की गई जिसमें देश भर से आए जायरीन ने हिस्सा लिया है।
दरगाह के मुख्य प्रभारी काशिफ निजामी ने बताया कि इस बार उर्स समारोह में पाकिस्तान के जायरीन भी हिस्सा लेने के लिए आए हुए हैं। उन्होंने बताया कि 92 जायरीन के पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने दरगाह में हाजिरी देकर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित किया हैं। इसके अलावा पाकिस्तान से आई विशेष चादर भी दरगाह पर चढ़ाई गई है।
गौरतलब है कि पिछले कई सालों से पाकिस्तानी जायरीन उर्स समारोह में भाग नहीं ले पा रहे थे लेकिन इस बार भारत सरकार ने उन्हें उर्स में हिस्सा लेने के लिए वीजा दिया है। इससे पाकिस्तानी जायरीन काफी खुश हैं। साथ ही कई देशों की राजनयिकों ने भी दरगाह में आकर जियारत की और चादर पेश की है।
इसके अलावा देश भर से आए सभी धर्मों के मानने वालों ने भी ख्वाजा साहब के उर्स के मौके पर दरगाह में हाजिरी दी और चादर चढ़ाई है। काशिफ निजामी ने बताया कि ख्वाजा साहब के दरबार में सभी धर्मों के मानने वालों का हमेशा से स्वागत किया जाता है। इसलिए यहां पर हमेशा सभी धर्मों के मानने वाले लोग अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए आते हैं।
उर्स समारोह कल रविवार से शुरू हुआ है। आज बड़े कुल की रस्म अदा की गई है। इस मौके पर दरगाह प्रांगण में रात भर कव्वाली और महफिले-सेमा का आयोजन भी या गया जिसमें जायरीन ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। उर्स के मौके पर दरगाह की तरफ से जायरीनों के लिए लंगर और तबर्रुक का भी इंतजाम किया गया है।

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