नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान ने गत माह उड़ान भरकर एक नया इतिहास बना दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने बायो-फ्यूल से विमान उड़ाने की तकनीक को संभव कर मेक इन इंडिया को भी सशक्त किया हैI

प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को संबोधित करते हुए कहा कि 31 जनवरी को लद्दाख की खूबसूरत वादियां एक ऐतिहासिक घटना की गवाह बनीं। लेह के कुशोक बाकुला रिम्पोची एयरपोर्ट से भारतीय वायुसेना के एएन-32 विमान ने जब उड़ान भरी तो एक नया इतिहास बन गया। इस उड़ान में 10 प्रतिशत इंडियन बायो-जेट ईंधन का मिश्रण किया गया था I ऐसा पहली बार हुआ जब दोनों इंजनो में इस मिश्रण का इस्तेमाल किया गया।

उन्होंने कहा कि बायो-जेट-फ्यूल को अखाद्य वृक्ष जनित तेल से तैयार किया गया है। इसे भारत के विभिन्न आदिवासी इलाकों से खरीदा जाता है। इन प्रयासों से न केवल कार्बन के उत्सर्जन में भी कमी आएगी, बल्कि कच्चे-तेल के आयात पर भी भारत की निर्भरता कम हो सकती है।

मोदी ने कहा कि लेह के जिस हवाई अड्डे पर इस विमान ने उड़ान भरी वह न केवल भारत में बल्कि दुनिया में सबसे ऊंचाई पर स्थित एयरपोर्ट में से एक है।

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