कानपुर। जिले के घाटमपुर कोतवाली के बिराहीनपुर गांव में रविवार उस वक्त कोहराम मच गया, जब सियाचिन ग्लेशियर में तैनात जवान धर्मेन्द्र सिंह का पार्थिव शरीर सेना के वाहन से उसके पैतृक गांव लाया गया। परिजनों के साथ-साथ पूरे गांव वालों की आंखें नम हो गईं और अमर रहे के नारे गूंजने लगे। जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां पूरी की और नम आंखों से उन्हें मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी गई।
घाटमपुर कोतवाली के बिराहीनपुर गांव के रहने वाले धर्मेंद्र सिंह उर्फ बब्लू (40) इन दिनों सियाचिन ग्लेशियर में तैनात थे। बीते दिनों हिमस्खलन होने के चलते उनकी चौकी बर्फबारी में दब गई थी। सेना ने रेस्क्यू करते हुए जवान को अस्पताल पहुंचाया लेकिन घाटमपुर का लाल शहीद हो गया। रविवार सुबह शहीद जवान धर्मेंद्र का पार्थिव शरीर फूलों से सजी-धजी सेना की गाड़ी से पैतृक गांव पहुंचा और पूरे परिवार में कोहराम मच गया। शहीद के अंतिम दर्शन के लिए कई गांवों के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरा इलाका शोक में डूब गया। ग्रामीणों ने सेना का वाहन पहुंचते ही शहीद अमर रहे के नारे लगाने शुरू कर दिये। इस दौरान जिला प्रशासन ने अंतिम संस्कार को लेकर तैयारियां पूरी कर ली जहां नम आंखों से उन्हें मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी गई।