लखनऊ। नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) को लेकर देश भर में चल रहे विरोध-प्रदर्शन के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने अपने ही पार्टी की विधायक के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने मध्य प्रदेश के दमोह की पथरिया सीट से बसपा विधायक रामबाई परिहार को सीएए का समर्थन करने पर पार्टी से निलम्बित कर दिया है। साथ ही परिहार पर पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने पर रोक लगा दी है।
निलंबन की कार्रवाई के बाद विधायक रामबाई ने सफाई देते हुए कहा है कि उन्होंने अपनी नजर में कुछ गलत नहीं किया है। फिर भी यदि ये बयान पार्टी से अलग है तो वो माफी चाहती हैं। गौरतलब है कि बसपा लगातार सीएए के लेकर भाजपा पर निशाना साधती रही है। मायावती ने रविवार को ट्वीट किया कि बसपा एक अनुशासित पार्टी है व इसे तोड़ने पर पार्टी के एमपी/एमएलए आदि के विरूद्ध भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है। इसी क्रम में MP में पथेरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार द्वारा सीएए का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलम्बित कर दिया है। उन पर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है
बसपा मुखिया ने आगे लिखा, ‘जबकि बसपा ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। फिर भी विधायक परिहार ने सीएए का समर्थन किया। पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी।’
निलंबन की कार्रवाई के बाद विधायक रामबाई ने सफाई देते हुए कहा , ‘जो सही था वो मैंने कहा। मायावती पार्टी अध्यक्ष हैं, कुछ भी कर सकती हैं। मैं उनसे मिलूंगी। उन्हें गलत लगा तो उनसे माफी मांगूंगी। मैं आज भी पार्टी में हूं आगे भी पार्टी में ही रहूंगी।’
गौरतलब है कि शनिवार को दमोह में रामबाई ने सीएए का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल का आभार जताते हुए सीएए को सही करार दिया था। उन्होंने कहा था कि ये कानून पहले आ जाना चाहिए था। इस बयान के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने रामबाई को पार्टी से निलंबित कर दिया है।