गिरिडीह। हर्बल सामग्री के नाम पर 80 लाख की ठगी के हाईप्रोफाईल मामले का खुलासा गिरिडीह साइबर पुलिस ने किया है। नाइजीरिया के लॉ कॉलेज के छात्र को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार युवक नाइजीरिया का माउगो चान्हो हेनरी उर्फ डा. एलेक्स डेविड (40) बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में तीन लीटर हर्बल सामग्री के डिब्बे भी जब्त किए हैं। गिरिडीह पुलिस के हत्थे चढ़ा माउगो हेनरी मुंबई के एनएम जोशी थाना से इसी ठगी के मामले में पहले भी जेल जा चुका है।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए अंतर्राष्ट्रीय ठग के गिरोह के चार सहयोगी जो नाइजीरिया के अलावा भारत के अलग-अलग महानगरों के रहनेवाले हैं, उनकी भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। इनमें मिस पामेला, डॉ. रेंमड बेंसन, सुनीता जोंस और संजय जोशी शामिल है। पुलिस चारों की गिरफ्तारी को लेकर एक बार फिर मुंबई और पुणे में दबिश देगी।

इधर, गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर एसपी सुरेन्द्र झा, साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी ने संयुक्त रूप से बताया कि माउगो चान्हो हेनरी ने गिरिडीह शहर के प्रसिद्ध कारोबारी बाभनटोली रोड निवासी निर्मल झुनझुनवाला से हर्बल सामग्री के आयात-निर्यात कारोबार के नाम पर 80 लाख रुपये की ठगी की थी। इस ठग ने इस कारोबार के लिए निर्मल झुनझुनवाला से एक करोड़ तीन लाख में डील की थी। जिसमें झुनझुनवाला ने 80 लाख का भुगतान तीन किस्तों में किया। इसके बाद जब 23 लाख के अगले भुगतान करने की बात आई तो निर्मल झुनझुनवाला को शक हुआ। झुनझुनवाला ने मामले की जानकारी एसपी सुरेन्द्र झा को दी।

झुनझुनवाला से जानकारी लेने के बाद एसपी झा के निर्देश पर एसआईटी स्पेशल जांच टीम का गठन किया गया। टीम में शामिल डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी और साइबर पुलिस निरीक्षक सुमन मंडल के नेत्तृव में छह सदस्यीय पुलिस टीम पहले मुंबई पहुंची, हालांकि मुंबई के एनएम थाना से कोई सुराग हाथ तो नहीं लगा लेकिन मुंबई के इसी थाना क्षेत्र से गिरोह से कनेक्शन रखने वाले एक संदिग्ध से पूछताछ करने पर पुलिस को जानकारी मिली कि माउगो हेनरी महाराष्ट्र के पुणे में है। लिहाजा, एसआईटी टीम संदिग्ध के बताए स्थान में छापेमारी कर हेनरी को दबोचने में सफलता पाई। वैसे, यह हर्बल सामग्री सही या गलत है, यह न तो झुनझुनवाला फिलहाल स्पष्ट कर रहे हैं और न गिरिडीह पुलिस।

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