ग्वालियर। वर्तमान में कोई मजबूत मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं होने से अगले तीन दिन तक ग्वालियर सहित आसपास के क्षेत्रों में बारिश की संभावना कम है। मौसम के जानकारों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर गर्मी बढ़ी और तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर पहुंचा तो गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
स्थानीय मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि वर्तमान में दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है जबकि मानसून की अक्षीय रेखा इसी मौसम प्रणाली के कन्द्र से कोटा, भोपाल, जबलपुर, अंबिकापुर, जमशेदपुर होते हुए उत्तर बंगाल की खाड़ी की ओर जा रही है। इन दोनों मौसम प्रणालियों का ग्वालियर सहित अंचल में कोई असर नहीं है। इसके चलते अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से यहां तक नमी नहीं पहुंच पा रही है इसलिए फिलहाल आगामी तीन दिन तक बारिश की उम्मीद कम है। ऐसे में ओवर हीटिंग (अत्यधिक गर्म मौसम) होने की स्थिति में ही गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है।
उन्होंने बताया कि उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक नया चक्रवाती परिसंचरण बन गया है। इसके अलावा उत्तरी अफगानिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। ग्वालियर एवं चंबल अंचल में इन दोनों मौसम प्रणालियों का प्रभाव आगामी तीन दिन बाद देखने को मिल सकता है। जिससे 28 से 31 अगस्त तक अंचल में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है। स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पिछले दिन की अपेक्षा बुधवार को अधिकतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस बढ़कर 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.6 डिग्री सेल्सियस अधिक है जबकि न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री सेल्सियस आंशिक वृद्धि के साथ 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से 0.6 डिग्री सेल्सियस कम है।