– केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा- तेजी से सुधर रहे कश्मीर के हालात

मुंबई। केंद्रीय गृहमंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 की नींव पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ही रखी थी। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रावधान को एक झटके में निष्प्रभावी बना दिया। शाह ने कहा कि कांग्रेस परिवारवाद के संरक्षण व भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए अब भी अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी बनाने के खिलाफ बयान दे रही है। हिंसा का भय लोगों को दिखाया जा रहा था, लेकिन छह अगस्त के बाद अब तक जम्मू-कश्मीर में कहीं भी पुलिस को गोली नहीं चलानी पड़ी है। कश्मीर में अब तेजी से विकास हो रहा है।

गृहमंत्री शाह रविवार को मुंबई के गोरेगांव स्थित नेस्को एग्जिबिशन सेंटर में ‘अनुच्छेद-370 को निष्प्रभावी बनाना मोदी सरकार का ऐतिहासिक फैसला’ विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन पार्टी ने किया था। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद सभी रियासतों को भारत से जोड़ने का काम शुरू हुआ। पंडित नेहरू के पास सिर्फ जम्मू-कश्मीर को भारत से जोड़ने की जिम्मेदारी मिली थी, जबकि सरदार वल्लभ भाई पटेल के पास अन्य सभी रियासतों की जिम्मेदारी थी।

बतौर गृहमंत्री सरदार पटेल ने इस कार्य को बेहतर ढंग से किया, जबकि पंडित नेहरू की गलती से जम्मू-कश्मीर प्रकरण एक नासूर का रूप ले चुका था। दिल्ली में हुए समझौते के बाद अनुच्छेद 370 और 35ए लागू कर दिया गया। भारतीय जनसंघ ने उस समय इसका जोरदार विरोध किया था। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी भी अनुच्छेद 370 का विरोध करने ही कश्मीर गए थे और वहीं उनकी रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। तब से जनसंघ व अब भाजपा इस प्रावधान को हटाने की मांग करती रही हैं, लेकिन कांग्रेस इसे हटाने का साहस नहीं जुटा पा रही थी। सब कहते थे कि इससे हिंसा फैल जाएगी, जबकि वास्तव में इस अनुच्छेद के हटने से वहां चल रहे भ्रष्टाचार की जांच का इनको डर था। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पहले ही संसद के सत्र में अनुच्छेद-370 और 35ए को हटाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।

इससे जम्मू-कश्मीर में भारतीय संविधान के प्रत्येक प्रावधान लागू हुए। वहां भ्रष्टाचार निरोधक कानून लागू हो गया है। इससे भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को पसीना आना शुरू हो गया है।

अमित शाह ने कहा कि जब से अनुच्छेद 370 को हटाया गया है वहां एक भी गोली नहीं चली है। 196 पुलिस थाना क्षेत्रों में से सिर्फ 10 क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू है। 90 फीसदी मोबाइल फोन कार्यरत हैं। अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद अब हमारा काम शुरू हुआ है। हमें कश्मीर को खुशहाल बनाना है और इसके लिए काम शुरू कर दिया गया है।

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