उज्जैन। शहर के साथ-साथ जिले में भी जिस प्रकार कोरोना वायरस के मरीज बढ़ रहे हैं, यह पूर्व संभावित था। अंतर सिर्फ इतना है कि उज्जैन जिले में कोरोना की तीसरी लहर का पीक की 10 फरवरी तक आने की संभावना थी, वह अब 25 जनवरी तक ही आने के आसार हैं।
कोरोना वायरस, डेल्टा और ओमिक्रोन वेरिएंट पर विदेशों में आने वाले पीक, देश में आ रहे पीक और जिले की स्थिति पर लगातार शोध कर रहे डॉ. संजीव कुमरावत ने पूर्व में पहली और दूसरी लहर के समय जो दावा किया था, वह खरा उतरा।
डॉ. कुमरावत ने पुन: दावा किया है कि पूर्व में उज्जैन में कोरोना के जो पिक आए, जिस प्रकार पीक आने से पूर्व मरीज बढ़े तथा गत 15 दिनों में उज्जैन जिले में जिस प्रकार से मरीज का प्रतिशत बढ़ रहा है, उसे देखते हुए उज्जैन जिले में और खासकर उज्जैन शहर में कोरोना का पीक 25 जनवरी तक आने की संभावना है।
डॉ. कुमरावत ने दावा किया कि यह पीक 10 फरवरी तक चलेगा और उसके बाद उतरना शुरू हो जाएगा। 25 फरवरी तक कोरोना के मरीज औसत प्रतिदिन 10 पर आ जाएगा। उन्होंने बताया कि देश-दुनिया में ओमिकोन के पीक और उज्जैन जिले में आए पूर्व के दो पीक का औसत डेढ़ माह का रहा। मार्च माह में सारी स्थितियां सामान्य हो जाएगी।
तीन सावधानी-तीसरी लहर से भी हो जाएगा बचाव
डॉ. संजीव कुमरावत ने कहा कि पूरे विश्व में सिर्फ तीन सावधानियों पर जोर दिया जा रहा है। मॉस्क-डिस्टेंस और सेनेटाईज। इन्ही बातों का ध्यान आम आदमी रखे। दिनचर्या भी जारी रहेगी और सबकुछ सामान्य होता चला जाएगा।