नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 09 सितंबर को वर्चुअल प्रारूप में 13वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे।
बैठक में ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सनारो, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा भाग लेंगे।
विदेश मंत्रालय के अनुसार शिखर सम्मेलन का विषय ‘ब्रिक्स@15: निरंतरता, समेकन और आम सहमति के लिए ब्रिक्स आपसी सहयोग’ रहेगा ।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, न्यू डेवलपमेंट बैंक के अध्यक्ष मार्कोस ट्रॉयजो, ब्रिक्स व्यापार परिषद के अस्थायी अध्यक्ष ओंकार कंवर और ब्रिक्स महिला व्यापार गठबंधन की अस्थायी अध्यक्ष डॉ संगीता रेड्डी भी इसमें शामिल होंगी। यह सभी शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं को अपने संबंधित ट्रैक के तहत इस वर्ष तय किए गए लक्ष्यों की प्राप्ति से जुड़ी रिपोर्ट पेश करेंगे।
भारत ने अपनी अध्यक्षता के लिए चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार की थी। इसमें बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार, आतंकवाद का मुकाबला, सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए डिजिटल व तकनीकी साधनों का इस्तेमाल और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाना शामिल है।
इन क्षेत्रों के अलावा नेता कोविड-19 महामारी के प्रभाव और अन्य मौजूदा वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी विचार साझा करेंगे।
ल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की दूसरी बार अध्यक्षता करने जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने 2016 में गोवा शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। इस वर्ष ब्रिक्स की भारतीय अध्यक्षता ब्रिक्स की पंद्रहवीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है।