नई दिल्ली। दिल्ली जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) हिंसा की जिम्मेदारी लेने वाले हिन्दू रक्षा दल के प्रमुख पिंकी चौधरी के दावों की अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच जांच करेगी। क्राइम ब्रांच की टीम को 100 से ज्यादा फुटेज मिले हैं, जिसकी मदद से मामले की जांच की जा रही है।
जेएनयू कैंपस पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम
जानकारी के अनुसार इस मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच को अब तक 100 से ज्यादा मोबाइल वीडियो फुटेज मिली हैं। इनमें प्रदर्शन व तोड़फोड़ कर रहे लोगों के फुटेज शामिल हैं। हिंसा में शामिल नकाबपोशों को पहचानने के लिए क्राइम ब्रांच प्रयास कर रही है। साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि इसमें बाहर से आये कौन लोग हिंसा में शामिल थे? मंगलवार दोपहर एक फिर क्राइम ब्रांच की टीम जांच के लिए जेएनयू कैंपस पहुंची। क्राइम ब्रांच की टीम जेएनयू कैंपस के अंदर पेरियार हॉस्टल व साबरमती समेत कुछ दूसरे हॉस्टल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
पब्लिक नोटिस हो सकता है जारी
वही पुलिस सूत्रों का कहना है कि मंगलवार को एक पब्लिक नोटिस जारी किया गया है। जिसमें अपील की गई है कि कोई वीडियो हो तो वह उसे क्राइम ब्रांच को दें। इसके साथ ही अगर कोई बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देना चाहता है तो वह भी अपना बयान उनके समक्ष दर्ज करा सकता है।
घायल छात्रों के होंगे बयान दर्ज
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच अब उन घायल छात्रों के भी बयान दर्ज करेगी जो रविवार को घायल हुए थे। इसके अलावा तीन और चार जनवरी को कैंपस के सर्वर रूम में लगे सीसीटीवी के तारों को काटा गया था, जिसकी जांच की जाएगी। इसके साथ ही उन लोगों से भी पूछताछ की जाएगी जिनके नाम एफआईआर में दर्ज हैं।
नम्बरों की भी जांच की जा रही है
वहीं जांच अधिकारी के अनुसार, पुलिस उन वॉट्सऐप अकाउंट को भी खंगाल रही है जिनके स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे थे। इसके साथ ही इन नंबर्स की पहचान भी की जा रही है। ज्यादातर नम्बर अभी बंद हैं।

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