महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पुराने गठबंधन सहयोगी रहे हैं. मुख्यमंत्री पद को लेकर दोनों दलों में बात नहीं बनी तो चुनाव बाद शिवसेना ने बीजेपी से पुराना नाता यानी गठबंधन तोड़कर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस से हाथ मिला लिया था. शिवसेना ने इन दोनों दलों के साथ महा विकास अघाड़ी (एमवीए) बनाया और प्रदेश में सरकार बनाई
शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं. शिवसेना के साथ सरकार चला चुकी बीजेपी विपक्ष में है. दोनों दलों के बीच सियासी दूरियां हैं लेकिन समय-समय पर दोनों दलों के फिर से गठबंधन को लेकर अटकलें भी लगती रही हैं. ये अटकलें फिर से तेज हो गई हैं और इस बार इन अटकलों को हवा दिया है खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के एक बयान ने.
दरअसल, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे एक कार्यक्रम में शामिल होने महाराष्ट्र के औरंगाबाद पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राव साहेब दानवे भी मौजूद थे. सीएम उद्धव और केंद्रीय मंत्री दानवे एक ही मंच पर थे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि मंच पर उपस्थित हमारे अभी के और पुराने सहयोगी और केंद्रीय मंत्री दानवे की ओर देखते हुए कहा कि अगर भविष्य में साथ आए तो भावी सहयोगी, कार्यक्रम में उपस्थित भाइयों और बहनों.
उद्धव ठाकरे ने अपने संबोधन के दौरान भी रेल राज्यमंत्री राव साहेब दानवे का जिक्र करते हुए कहा कि ये हमारे पुराने सहयोगी हैं और कौन कब एक-दूसरे के साथ आ जाए, यह नहीं बता सकते. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल के बयान पर हल्के अंदाज में कहा कि तीन दलों की सरकार में से हो सकता है कि वे किसी एक दल में शामिल हो रहे हों.