भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में एक बार फिर ‘सिंहासन की कुर्सी पर, फिर शिवराज-फिर शिवराज’ का नारा गूंजने वाला है। प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफा देने के बाद भाजपा में अब तक यह तय नहीं हो पा रहा था कि अगला सीएम कौन होगा, पर अब आलाकमान की सर्वसम्मति पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के नाम पर बनी है। सोमवार शाम भाजपा विधायक दल की बैठक होगी जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा।
प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि आज शाम होने जा रही भाजपा विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक में पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान विधायक दल के नेता चुने जा सकते हैं। उनका मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है।
उधर, इसके बाद राजभवन में शपथ ग्रहण की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। यहां 20 मार्च को कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सीएम पद की दौड़ में शिवराज ही सबसे मजबूत दावेदार थे। वे 2005 से 2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके हैं। शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन-तीन बार सीएम रहे हैं। इस बार शिवराज के साथ-साथ नरेंद्र सिंह तोमर और नरोत्तम मिश्रा के नाम की भी चर्चा थी।
मध्यप्रदेश में राज्य में शिवराज को ‘मामा’ कहा जाता है। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनावों में शिवराज सिंह सत्ता नहीं बचा पाए थे। चौहान मध्यप्रदेश में अपनी संगठन क्षमताओं के कारण से बार-बार जीत हासिल करने वाले भाजपा नेताओं में शीर्ष पंक्तियों में गिने जाते हैं।उन्होंने मध्य प्रदेश को एक ऐसे राज्य के रूप में स्थापित किया जिसने कृषि, पर्यटन परिवहन जैसे कई क्षेत्रों में सराहनीय प्रगति की है। उन्हें सत्ता परिवर्तन के बीच निर्धारित घटनाओं के लिए भी जिम्मेदार माना जाता है जिसके परिणाम स्वरूप कल तक कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया का विद्रोह हुआ और जिस कारण से कमलनाथ सरकार यहां गिर सकी।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के चलते भोपाल में आगामी 31 मार्च तक लॉक डाउन किया गया है। भाजपा ने भी 25 मार्च तक अपनी सभी बैठकों को निरस्त कर दिया गया था लेकिन अब भाजपा ने सोमवार शाम 6.00 बजे विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रायशुमारी की जाएगी। मुख्यमंत्री पद के लिए तीन नाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम चर्चा में है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान के नाम पर मुहर लगने की संभावना अधिक है, क्योंकि वे लगातार तीन बार मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। बैठक के बाद भाजपा आज ही राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।