नई दिल्ली : भारत में ऊर्जा भंडारण, ई-मोबिलिटी, ग्रीन हाइड्रोजन और माइक्रोग्रिड को अपनाने की दिशा देने और पोषण करने के लिए अनुकूल माहौल बनाने के नज़रिये के साथ और वैश्विक ऊर्जा परिवर्तन में अपनी भूमिका को सफलतापूर्वक आगे बढ़ाते हुए, भारत ऊर्जा भंडारण सप्ताह (आईईएसडब्ल्यू) 2022 का 8वां संस्करण सोमवार से शुरू हुआ। कार्यक्रम 6 मई को प्रगति मैदान और होटल ललित, नई दिल्ली में समाप्त होगा। इस आयोजन के दूसरे दिन मंगलवार को मुख्य अतिथि के रूप में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अन्य प्रमुख वक्ताओं के साथ भारत के लिए भविष्य का खाका तैयार करने और वैश्विक लीडर बनने में भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
इस कार्यक्रम में नितिन गडकरी ने कहा, “हमें बैटरी स्टोरेज में अक्षय ऊर्जा को स्टोर करने के लिए स्टोरेज की आवश्यकता है। बैटरियों के मानकीकरण से ईवी अपनाने में तेजी आ सकती है। हमें बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली के मानकीकरण की भी आवश्यकता है। आने वाले वर्षों में ऑटोमोबाइल एक महत्वपूर्ण उद्योग होगा, और 2030 तक बैटरी तकनीक की मांग बहुत ज्यादा होगी, जिससे मेक इन इंडिया पहल को मजबूती मिलेगी। उम्मीद है, कि अगले पांच साल में सभी वाहन इलेक्ट्रिक होंगे। मैं इलेक्ट्रिक वाहन व्यवसाय से जुड़े सभी लोगों को प्रोत्साहित करता हूं कि वे मिलकर काम करें और स्वच्छ व हरित भविष्य के लिए अभिनव समाधान विकसित करके एक बेहतर देश बनाएं। ईएसडब्ल्यू भारत में भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा करने के लिए शानदार मंच है।” कार्यक्रम में कस्टमाइज्ड एनर्जी सॉल्यूशंस (सीईएस) के एमडी और आईईएसए इंडिया के अध्यक्ष डॉ राहुल वालावलकर ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि हालिया वर्षों में भारत ग्रीन हाइड्रोजन और ई-मोबिलिटी क्षेत्र में वैश्विक नेता बनकर उभरा है, और इसे अपनाने की दर को बढ़ाने के लिए पर्याप्त प्रयास किए गए हैं। चूंकि ई-मोबिलिटी का भविष्य और पर्यावरण पर इसका प्रभाव दुनिया भर में चिंता का विषय है, इसलिए इसके इकोसिस्टम को बढ़ाने और इसे लोगों के लिए व्यवहार्य विकल्प बनाने के लिए उपयुक्त ई-मोबिलिटी मानदंडों और विनियमों की बेहद आवश्यकता है। इंडिया एनर्जी स्टोरेज वीक ग्रीन हाइड्रोजन और ई-मोबिलिटी के सभी पहलुओं पर चर्चा करने और भारत के भविष्य का खाका तैयार करने पर चर्चा करने के लिए दुनिया भर के हितधारकों और नीति निर्माताओं को एक मंच पर लाने में अपनी भूमिका निभा रहा है। अंत में, मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हर साल हमें समर्थन दिया और इस आयोजन को सफल बनाने में मदद की।”यह आयोजन अगले 2 दिनों तक अपनी महत्वपूर्ण गति से जारी रहेगा। जबकि 4 मई को, इस कार्यक्रम में ई-मोबिलिटी पर सेमिनार होंगे, जिसमें क्रेताओं-विक्रेताओं की बैठक और संस्थापक गोलमेज सम्मेलन शामिल हैं। 5 मई को इस कार्यक्रम में स्टेशनरी स्टोरेज पर सेमिनार होंगे जबकि 6 मई को ग्रीन हाइड्रोजन सत्र होंगे। हाइब्रिड कॉन्फ्रेंस और एक्सपो प्रगति मैदान और होटल ललित, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।
2 मई की शुरुआत विभिन्न डीटी सब-स्टेशनों में 6 बीईएसएस प्रोजेक्ट को संभालने के लिए बीआरपीएल के डीटी लेवल बीईएसएस प्रोजेक्ट और स्काडा कंट्रोल सेंटर में आयोजित टेक टूर्स, एईएस और टाटा पावर 10 MW – 10 MWh एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट (एईएस, मित्सुबिशी और फ्लुएंस एनर्जी द्वारा), नेक्सचार्ज – टाटा पावर ग्रिड कनेक्टेड कम्युनिटी एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट, डीएसटी-आईआईटी दिल्ली द्वारा बीवाईपीएल और एनर्जी स्टोरेज प्लेटफॉर्म ऑन बैटरीज़ (ईएसपीओबी) में लोड बैलेंसिंग ईवी चार्जिंग स्टेशन पायलट प्रोजेक्ट के साथ हुई, जिसमें विभिन्न ऊर्जा भंडारण और ई-मोबिलिटी प्रोजेक्ट से संबंधित जानकारी ली गई और उद्योग में प्रयुक्त समाधानों के सफल कार्यान्वयन को समझा गया। उसी दिन, इस कार्यक्रम ने ऊर्जा भंडारण प्रौद्योगिकियों, अनुप्रयोगों, वित्त मॉडलिंग पर विभिन्न गहन कार्यशालाएं और चार्जिंग इंटरफेस से संबंधित चुनौतियों और पद्धतियों पर सत्र, ऊर्जा के एक्सेस और माइक्रोग्रिड और बैटरी अग्नि सुरक्षा पर कार्यशालाएं भी आयोजित की गईं।
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