नई दिल्ली। दिल्ली के मौजपुर, जाफराबाद और आसपास के अन्य इलाकों में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट पहुंच गया है। दोनों अदालतों में अलग-अलग याचिकाकर्ताओं ने याचिकाएं प्रस्तुत की हैं और दोनाें ही याचिकाओं पर कोर्ट बुधवार यानी 26 फरवरी को सुनवाई करेंगी।
हाई कोर्ट में हर्ष मांदर ने याचिका दायर की है। याचिका में मृतकों के परिवार वालों के लिए उचित मुआवजे और मामले की निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की गई है। साथ ही उन राजनेताओं की गिरफ्तारी की मांग की गई है जो कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देकर लोगों को हिंसा के लिए भड़का रहे हैं। याचिका में कहा गया है कि केंद्र सरकार दिल्ली में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती करे।
सुप्रीम कोर्ट में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने याचिका दायर की है। दिल्ली हिंसा में अब तक सात लोगों की मौत हो मौत हो चुकी है। मृतकों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है और कुछ इलाकों में धारा 144 भी लगा दी गई है।