नई दिल्ली। चीन की नापाक हरकतों की से अब बॉर्डर पर माहौल और बिगड़ने लगा है। जानकारी के मुताबिक, 20 दिन में पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन के बीच तीन बार फायरिंग की घटना हो चुकी है। दूसरी ओर पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना की ओर से किए जा रहे दुस्साहस की वजह से जारी तनाव के बीच, भारतीय सेना ने अपने अजेय बोफोर्स हॉवित्जर को ऑपरेशन के लिए तैयार कर लिया है।

9 सितंबर को हुई फिंगर-4 के पास फायरिंग

10 सितंबर को मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों की मीटिंग थी इससे पहले 9 सितंबर को चीनी सैनिकों ने पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर फिंगर-4 के पास भारतीय पोजिशन के करीब आने की कोशिश की। यहां फिंगर-4 की चोटी पर चीनी सैनिक डटे हुए हैं लेकिन भारतीय सैनिकों ने फिंगर- 3 से होते हुए फिंग -4 के पास की उन चोटी पर तैनाती कर दी है, जिससे वह चीनी सैनिकों से ज्यादा ऊंचाई पर डटे हैं। ज्यादा ऊंचाई की वजह से भारतीय सेना यहां अडवांटेज पोजिशन पर है। 9 सितंबर को चीनी सैनिकों ने इसके करीब आने की कोशिश की और फिर दोनों देशों की तरफ से हवा में फायरिंग हुई। सूत्रों के मुताबिक यहां पर 100 से ज्यादा राउंड फायर हुए।

10 सितंबर से नहीं हुई कोई मूवमेंट

आर्मी के एक अधिकारी के मुताबिक विदेश मंत्रियों की मीटिंग के बाद एलएसी पर कोई नई मूवमेंट नहीं हुई है। हालांकि तनाव बरकरार है। चुशूल सेक्टर में चोटियों के पास ही कम से कम तीन जगहों पर भारत-चीन के सैनिक 300 मीटर की दूरी पर डटे हैं। फिंगर एरिया में भी एक दूसरे की फायरिंग रेंज में हैं। हालांकि चीन की तरफ से कोई अग्रेसिव कदम नहीं उठाया गया और न ही फिर भारतीय पोजिशन के करीब आने की कोशिश की गई।

 

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