नई दिल्ली। आतंकवादियों ने पिछले हफ्ते उत्तरी बुर्किना फासो में एक हमले में 41 लोगों की हत्या कर दी थी, जिसमें देश की सेना की मदद करने वाले एक स्वयंसेवी संगठन के प्रमुख नेता भी शामिल हैं. गुरुवार को लोरौम प्रांत में एक काफिले पर घात लगाकर किए गए भीषण हमले के बाद सरकार के प्रवक्ता अल्कासौम माईगा ने दो दिनों के शोक की घोषणा की.
मृतकों में सोउमैला गनम (Soumaila Ganame) भी शामिल थे, जिन्हें लाडजी योरो के नाम से भी जाना जाता है. बुर्किना फासो के राष्ट्रपति रोच मार्क क्रिस्चियन काबोरे ने कहा कि गनम अपने देश के लिए शहीद हो गए और वह निश्चित तौर पर दुश्मन से लड़ने के लिए हमारी दृढ़ प्रतिबद्धता के प्रतीक होंगे.
आर्म्ड कॉन्फ्लिक्ट लोकेशन एंड इवेंट डेटा प्रोजेक्ट के एक वरिष्ठ शोधकर्ता हेनी नसाइबिया ने कहा, बुर्किना फासो के सबसे महत्वपूर्ण स्वयंसेवी संगठन के नेता की मौत ने दहशत की भावना पैदा कर दी है. कभी शांतिपूर्ण पश्चिम अफ्रीकी राष्ट्र रहे बुर्किना फासो में हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं, क्योंकि अलकायदा और इस्लामिक स्टेट से जुड़े हमलों में वृद्धि हुई है.
हालिया दिनों में देश के सुरक्षा बलों पर सबसे बड़े हमले में नवंबर में 50 से अधिक लिंगम मारे गए थे और जून में साहेल क्षेत्र में कम से कम 160 नागरिकों का नरसंहार किया गया था. नसाइबिया ने कहा कि भले ही बुर्किना फासो के सुरक्षा बल अस्थिर साहेल क्षेत्र में अपने पड़ोसियों की तुलना में सबसे अधिक ऑपरेशन कर रहे हैं, लेकिन सेना के लिए यह कुछ ज्यादा ही हो गया है.