चमोली। चमोली हादसे के बाद ग्रामीणों में लगातार ग्लेशियर टूटने का डर बना हुआ है. इसलिए कुछ लोगों ने दरारें पड़ने की आशंका प्रशासन से जाहिर की, जिसके बाद वैज्ञानिकों की एक टीम ने ग्लेशियर का हवाई सर्वे किया. लेकिन अभी किसी भी तरह की गंभीर स्थिति नजर नहीं आ रही है.

उत्तराखंड का चोमली जिला लगातार आपदा का केंद्र बना हुआ है. हाल ही अप्रैल में भारत चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़क सुमना-2 पर ग्लेशियर टूट कर गिरा था. भारी बर्फबारी की वजह से यह हादसा हुआ था. स्थिति इतनी गंभीर थी कि ऋषिगंगा नदी का जल स्तर 2 फुट तक बढ़ गया था

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