हर साल पैराहेरा महोत्सव में शामिल होने वाली टिकिरी अब सही से चल भी नहीं पाती है. लोगों की नजर से उसकी हालत छुपाने के लिए उसके ऊपर भारी-भरकम और चमकदर लबादा डाल दिया जाता है.

हाथी के बारे में सोचते ही दिमाग में एक हट्टे-कट्टे विशालकाय जानवर का चित्र उभर जाता है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसी हथिनी की फोटो वायरल हो रही है जो किसी को भी विचलित कर सकती है. 70 साल की हथिनी टिकिरी के रिटायरमेंट के बाद भी उसका मालिक उससे काम ले रहा है. हथिनी का शरीर पूरी तरह से गल चुका है और वह ठीक से खड़े होने की स्थिति में भी नहीं है. खास बात यह है कि इतनी खराब हालत होने के बावजूद श्रीलंका में हर साल होने वाले पैराहेरा महोत्सव में टिकिरी को हिस्सा लेने के लिए मजबूर किया जाता है.

12 अगस्त को मनाए गए विश्व हाथी दिवस के मौके पर सोशल मीडिया पर टिकिरी की फोटो तेजी से वायरल हुई. टिकिरी को बचाने के लिए लोगों ने श्रीलंका सरकार से अपील की है. टिकिरी की जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, उसमें वह काफी कमजोर दिख रही है. इस पोस्ट में बताया गया है कि टिकिरी को धूएं और शोर-शराबे के बीच देर रात तक काम कराया जाता है. खास बात यह है कि उसकी हालत छुपाने के लिए उसके ऊपर भारी-भरकम और चमकदर लबादा डाल दिया जाता है.

हर साल पैराहेरा महोत्सव में शामिल होने वाली टिकिरी अब सही से चल भी नहीं पाती है. सोशल मीडिया में वायरल फोटो के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि किसी जीव को दुख देना आशीर्वाद या पवित्र कैसे कहा जा सकता है. एक अन्य यूजर ने कहा है कि टिकिरी की हालत को देखकर लगता है कि दुनिया कितनी निर्मम है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फोटो के बाद हथिनी के मालिक और परेड का आयोजन करने वालों की आलोचना कर रहे हैं. पर्यटन और वन्यजीव मंत्री जॉन अमरातुंगा ने कहा कि उन्होंने वन्यजीव अधिकारियों को जांच करने का आदेश दिया है.

सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं कि क्या वाकई में हाथिनी की खराब सेहत के बाद उससे काम लिया जा रहा है.

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