रांची। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश के बाद पश्चिमी सिंहभूम की 11 युवतियां तमिलनाडु के त्रिपुर से वापस झारखंड लौट आई हैं। सभी त्रिपुर में केपीआर 3 कंपनी में काम करने गई थीं, लेकिन वहां भाषा की समस्य़ा होने पर उन्हें काम करने में परेशानी होने लगी। इसके बाद युवतियों ने वापस आने के लिए श्रम विभाग के अन्तर्गत राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष से मदद मांगी। मामले की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमन्त्री ने श्रम विभाग और नियंत्रण कक्ष को युवतियों को वापस लाने का निर्देश दिया। नियंत्रण कक्ष ने केपीआर 3 कंपनी के मैनेजर से बात कर युवतियों के वापस आने की व्यवस्था कराई। तीन अक्तूबर को युवतियां त्रिपुर से झारखंड के लिए चलीं। सभी पांच अक्तूबर को वापस झारखंड (चक्रधरपुर) पहुंचीं। युवतियों ने जितने दिन त्रिपुर में काम किया था, उसका मेहनताना कुल 90,200 रुपये का भुगतान भी उन्हें किया गया। प्रत्येक युवती को 8200 रुपये मिले।
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