रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल ने बुधवार को संघ कार्यालय श्रीनिकेतन के सभागार में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2025 में संघ के 100 वर्ष होने वाले हैं. तथापि हम प्रति तीन वर्ष में संगठन के विस्तार की योजना बनाते हैं. इस दृष्टि से हमने विचार किया है कि मंडल स्तर तक हमारा काम होना चाहिए. अभी झारखण्ड में 0258 ब्लॉक/खंड में से 0126 में संघ कार्य है. 1264 मंडलों में 0672 मंडलो में काम है, 024 जिलों में से 024 जिलों में काम है, हमने विचार किया है कि आने वाले तीन साल में संघ कार्य सभी मंडलों तक पहुंचना चाहिए.

पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं को लेकर भी योजना बनी है. 2022 से 2025 तक कम से कम दो साल का समय देने वाले कार्यकर्ता तैयार करेंगे, मार्च में इसकी संख्या आ जाएगी. कोरोना के कारण नित्य शाखा बाधित होने पर भी संपर्क के आधार पर झारखण्ड में 2037 स्थानों पर गुरु पूजन का कार्यक्रम हुआ इस कार्यक्रम में 3252354 स्वयंसेवको ने श्रीगुरु पूजन किया.
कर्नाटक के धारवाड में हुई संघ के कार्यकारी मंडल की बैठक की जानकारी देते हुए श्री लाल ने बताया कि कार्यकारी मंडल की बैठक में बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हमलों को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया है. प्रस्ताव में हिन्दुओं पर हुए हिंसक आक्रमणों पर दुःख व्यक्त किया गया है और वहाँ के हिन्दू अल्पसंख्यकों पर लगातार हो रही क्रूर हिंसा और बांग्लादेश के व्यापक इस्लामीकरण के जिहादी संगठनों के षडयन्त्र की घोर निंदा की गई है. प्रस्ताव में हिंसा से पीड़ित परिवारों की सहायता के लिए इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, भारत सेवाश्रम संघ, विश्व हिन्दू परिषद एवं अनेक हिन्दू संगठनों-संस्थाओं की सराहना की गई है.

कार्यकारी मंडल ने भारत सरकार से भी अनुरोध किया कि उपलब्ध सभी राजनयिक माध्यमों का उपयोग करते हुए बांग्लादेश में हो रहे आक्रमणों व मानवाधिकार हनन के बारे में विश्व भर के हिन्दू समाज एवं संस्थाओं की चिंताओं से बांग्लादेश सरकार को अवगत कराये ताकि वहाँ के हिन्दू और बौद्ध समाज की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.

उन्होंने प्रेस को संवोधित करते हुए कहा कि-“देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है. इस निमित्त संघ के स्वयंसेवक समाज व विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर काम करेंगे, स्वतंत्र रूप से भी आयोजन होंगे. स्वतंत्रता आंदोलन के अज्ञात सेनानियों का जीवन समाज के सामने लाया जाएगा.

सह प्रांत कार्यवाह ने कहा कि-“सिक्ख पंथ के नवम गुरु, गुरु श्री तेगबहादुर जी के 400वें प्रकाश वर्ष पर संघ सम्पूर्ण समाज के साथ जो उनके आदर्शों को मानता है के साथ मिलकर कार्यक्रमों के आयोजन का निर्णय किया है. गुरु श्री तेगबहादुर जी ने धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए बलिदान दिया है. उनकी स्मृति व प्रेरणा वर्तमान पीढ़ी को होनी चाहिए.

उन्होंने संघ के कार्यवृत के बारे में बताया कि देश में अभी 34 हजार स्थानों पर दैनिक शाखा, साप्ताहिक मिलन 18490 स्थानों पर, मासिक मंडली 7905 स्थानों पर, यानि कुल 55 हजार स्थानों पर संघ का प्रत्यक्ष कार्य है. अभी देशभर में 54382 दैनिक शाखाएं लग रही हैं.वहीँ झारखण्ड में कुल 0423 स्थानों पर दैनिक शाखा साप्ताहिक मिलन 0272 स्थानों पर, मासिक मंडली 0049 स्थानों पर, यानि कुल 750 स्थानों पर संघ का प्रत्यक्ष कार्य है. अभी झारखण्ड में 0664 दैनिक शाखाएं लग रही हैं.

पर्यावरण संरक्षण प्रतिदिन का कार्य है, केवल दीपावली पर पटाखों को प्रतिबंधित करने से क्या समस्या का समाधान होगा, इससे समाधान नहीं होने वाला. विश्व के अनेक देशों में पटाखों का उपयोग होता है. इसलिए, किस प्रकार के पटाखों को प्रतिबंधित करना है, इसे देखना होगा.
पत्रकार वार्ता में प्रान्त प्रचार प्रमुख श्री धनन्जय कु सिंह उपस्थित थे।

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