खूँटी। जिले के जरियागढ थाना क्षेत्र के गारी गिरजाटोली में पुना उराँव की एक 13 वर्षीय लड़की ने एक बेर पेड़ में फाँसी लगाकर जान दे बैठी। जब घर वालों को पता चला कि उसकी लड़की का गर्भ ठहरा हुआ है, तो परिवार पुछताछ करने लगे। इतने में सोमवार की रात भाग गई। और छः माह के गर्भ ठहरने व लोक लज्जा के कारण बेर के पेड़ में गले में तौलिया को फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार की संध्या भोजन करने के बाद रात्रि आठ बजे घर से निकल गई। परिजन रात्रि भर खोजबीन किए। थक हार सभी घर वापस लौट आए। सुबह खुखड़ी (मशरुम) चुनने वालों ने लड़की के शव को देखकर गांव वालों को बताया।परिजन वहाँ जाकर देखे तो लड़की की पहचान उसके लड़की के रूप में ही हुई। इसका सूचना जरियागढ पुलिस को दिया गया। पुलिस को जानकारी मिली कि लड़की गर्भ से है और वह दिल्ली में किसी लड़के के द्वारा काम करने गई थी।
विगत देर रात रुपा के शव का पोस्टमार्टम खूँटी के पोस्टमार्टम हाउस में विडियो रिकॉर्डिंग के साथ किया गया। साथ ही, उसकी जाँच के लिए उसके शव से यूट्रस निकालकर रखा गया है। जिसका रिम्स में जाँच कर वास्तविकता का शोध किया जाएगा। बताया गया कि लड़की जुलाई माह में दिल्ली से घर लौटी थी। लौटने के बाद से वह तनाव में रहती थी। परिजनों ने बताया कि लड़की छः माह की गर्भ ठहरा है। इस विषय में परिजनो ने लड़की से पुछने पर भी लड़का के बारे कुछ भी नहीं बताई। लेकिन उसके डायरी में लापुंग थाना के बोकरोंदा का एक व्यक्ति का नम्बर और एड्रेस का पता चला है। जिसपर पुलिस इस विंदु पर जाँच के लिए तलाश कर रही है।