Ranchi : इक्फाई यूनिवर्सिटी झारखंड का 5वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड (RSCCL) ऑडिटोरियम, जुपमी बिल्डिंग धुर्वा में आयोजित किया गया। झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव ने दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। दीक्षांत समारोह के दौरान यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में स्नातक करने वाले कुल 231 छात्रों को डिग्री प्रदान की, जिसमें 15 पीएचडी शामिल हैं। 9 स्वर्ण पदक और 9 रजत पदक। इन्हें क्रमशः विभिन्न कार्यक्रमों के शीर्ष रैंकर्स और दूसरे रैंकर्स को प्रदान किया गया। दीक्षांत समारोह में दर्शकों का स्वागत करते हुए, इक्फाई यूनिवर्सिटी झारखंड के कुलपति कर्नल डॉ रंजीत सिंह ने सबका आभार प्रकट किया। इस अवसर पर इक्फाई सोसाइटी की अध्यक्ष एन शोभा रानी यशस्वी, अध्यक्ष वीआर शंकर, पूर्व कुलपति प्रोफेसर डॉ ओआरएस राव और कुलाधिपति प्रोफेसर डॉ टीआरके राव और इक्फाई परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे।

इक्फाई यूनिवर्सिटी झारखंड के कुलपति कर्नल डॉ रंजीत सिंह ने कहा यूनिवर्सिटी विज्ञान और प्रौद्योगिकी, नवाचार, अनुसंधान, कानूनी प्रथाओं, पाठ्येतर गतिविधियों आदि जैसे सभी क्षेत्रों में छात्रों को तैयार करने के लिए ठोस प्रयास कर रही है ताकि वे अपने नियमित शैक्षणिक प्रदर्शन के अलावा सभी क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी हमारे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ कौशल आधारित शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी चुनौतियों का सामना करेगा ताकि वे नौकरी चाहने वाले न होकर नौकरी निर्माता बनें। मौका था इक्फाई यूनिवर्सिटी झारखंड का 5वां दीक्षांत समारोह का। समारोह आज यानी शुक्रवार को रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन लिमिटेड (RSCCL) ऑडिटोरियम, जुपमी बिल्डिंग धुर्वा में आयोजित किया गया था। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव मौजूद थे। कुलपति कर्नल डॉ. रंजीत सिंह ने झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को यूनिवर्सिटी की वार्षिक रिपोर्ट और 5वें दीक्षांत समारोह के विवरण से भी अवगत कराया।

दीक्षांत समारोह के दौरान यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में स्नातक करने वाले कुल 231 छात्रों को डिग्री प्रदान की, जिसमें 15 पीएचडी शामिल हैं। 9 स्वर्ण पदक और 9 रजत पदक। इन्हें क्रमशः विभिन्न कार्यक्रमों के शीर्ष रैंकर्स और दूसरे रैंकर्स को प्रदान किया गया। मौके पर स्नातक छात्रों को संबोधित करते हुए यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति ने छात्रों को सलाह दी कि उन्हें नवोन्मेषी होना चाहिए और दैनिक जीवन में आने वाली चुनौतियों से पार पाने के लिए कुछ अनोखे विचार खोजने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी डिजिटल परिवर्तन, आविष्कारशील सोच और रचनात्मकता को प्राथमिकता दे रही है, तकनीक संचालित समाधानों, लाइव समस्या समाधान तकनीकों और अग्रगामी सोच वाले नवाचार को बढ़ावा दे रहा है।

मुख्य न्यायाधीश ने की यूनिवर्सिटी की पहल की सराहना

झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एमएस रामचंद्र राव ने यूनिवर्सिटी की पहल की सराहना की। उन्होंने स्कूल और जीवन के बीच के अंतर को उजागर किया। उन्होंने बताया कि स्कूल में छात्र पहले सीखते हैं और फिर परीक्षा देते हैं, जबकि जीवन में, लोग चुनौतियों का सामना करते हैं और फिर उनसे सीखते हैं। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर डॉ. जेबी पटनायक ने झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीशों, कुलपतियों और विभिन्न सरकारी अधिकारियों की उपस्थिति का उल्लेख करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव रखा। उन्होंने संयोजक प्रो. सुमित कुमार सिन्हा के नेतृत्व में पूरी दीक्षांत समारोह टीम और कर्मचारियों को भी विशेष धन्यवाद दिया।

ये रहे मौजूद

मौके पर इक्फाई सोसाइटी की अध्यक्ष एन शोभा रानी यशस्वी, अध्यक्ष वीआर शंकर, पूर्व कुलपति प्रोफेसर डॉ ओआरएस राव और कुलाधिपति प्रोफेसर डॉ टीआरके राव और इक्फाई परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे।

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