पाकुड़। जिले के अमड़ापाड़ा प्रखंड के आलूबेड़ा पंचायत के चिलगो गांव के पुराने व अनुपयोगी विद्यालय भवन के एक कमरे में बंद 50 मवेशियों की मौत हो गई।

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार सभी मवेशियों को गुरुवार की शाम में रोजाना की तरह गांव के पुराने विद्यालय भवन के एक कमरे में बंद कर दिया गया था। जब एक व्यक्ति अपना मवेशी लेने विद्यालय गया तो देखा कि सभी मवेशी मृत पड़े हैं। उसने इसकी सूचना गांव वालों को दी।

गांव के सामाजिक कार्यकर्ता रमेश मुर्मू ने बताया कि मना करने के बावजूद भी ग्रामीण विद्यालय में ही मवेशियों को रखते थे। विद्यालय की प्रधान शिक्षिका प्रेमशिला मरांडी ने बताया कि गांव के सभी ग्रामीणों को कई बार मवेशी विद्यालय में रखने से मना किया गया था लेकिन ग्रामीण नहीं माने। आलूबेड़ा पंचायत की मुखिया सुनीता मरांडी ने बताया कि मवेशियों की मौत की खबर सुनते ही गांव पहुंची और ग्रामीणों से मवेशियों की जानकारी ली। मवेशियों की मौत दम घुटने से हुई है।

 

इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस, सिविल प्रशासन सहित पशुपालन विभाग को दे दी गई है। जिला पशुपालन पदाधिकारी डाॅक्टर केके भारती ने बताया कि सूचना मिलते ही तीन पशु चिकित्सकों की टीम मौके पर भेज दी गई है, जो मृत मवेशियों की जांच कर उनका पोस्टमार्टम भी करेंगे। उनकी रिपोर्ट मिलने के बाद ही और जानकारी दी जाएगी।

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