रांची। रांची विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में अखिल भारतीय विद्याथी परिषद ने प्रचंड जीत हासिल की है। विश्वविद्यालय के 95 सीटों में से 65 पर विद्यार्थी परिषद ने कब्जा जमाया है। एनएसयूआई का खाता तक नहीं खुला। वहीं आजसू को मात्र 6 सीट से ही संतोष करना पड़ा है। आदिवासी छात्र संगठन को 22 तथा निर्दलीय को दो सीट पर जीत मिली है। रांची यूनिवर्सिटी के पीजी विभाग समेत 19 शिक्षण संस्थानों में पांच-पांच पदों के लिए (कुल 95 पद) के लिए गुरुवार को वोटिंग हुई थी।
रांची यूनिवर्सिटी के पीजी विभाग समेत 19 शिक्षण संस्थानों में पांच-पांच पदों के लिए (कुल 95 पद) के लिए गुरुवार को वोटिंग हुई थी। शुक्रवार को हंगामा के बीच मतों की गिनती के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में उभरा है। एबीवीपी समर्थकों ने 95 में 65 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं आदिवासी छात्र संघ (एसीएस) को कुल 22 सीटें मिलीं हैं। इसी प्रकार छात्र आजसू ने कुल छह सीटों पर कब्जा किया है। दो निर्दलीय प्रत्याशी भी जीतने में सफल हुए हैं। एनएसयूआई का पिछले वर्ष की तरह इस बार भी खाता नहीं खुला है। इसी प्रकार जेसीएम, जेवीसीएम, झारखंड छात्र संघ, वाम दल से जुड़े छात्र संगठनों के एक भी प्रत्याशी निर्वाचित नहीं हुए हैं।

विश्वविद्यालय स्तर एबीवीपी का पांच सीटों पर कब्जा तय
पीजी विभागों और कॉलेजों में जीते हुए प्रत्याशी यूनिवर्सिटी स्तर पर पांच छात्र प्रतिनिधियों का चयन करेंगे। पांचों सीटों पर जीत के लिए 48 की जादुई आंकड़ा की ज़रूरत है। एबीवीपी समर्थित का 65 सीट रहने के चलते सभी पांचों सीटों पर जीत तय है। अब यूनिवर्सिटी स्तर पर चुनाव सिर्फ औपचारिकता रह गयी है।

पिछले वर्ष भी एबीवीपी का था पांचों सीट पर कब्जा
आरयू छात्र संघ चुनाव में पिछले वर्ष 2018 में एबीवीपी का पांचों सीट पर जीत हुई थी। तब कुल 80 सीटों में 41 एबीवीपी समर्थकों की जीत हुई थी। वहीं एसीएस के 24 और छात्र आजसू के 23 प्रत्याशियों की जीत हुई थी। दो निर्दलीय प्रत्याशी भी चचनित होकर आए थे।

ज्ञान, शील ,एकता की पाठशाला है विद्यार्थी परिषदः धर्मपाल सिंह
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने छात्र संघ चुनाव में परिषद को जीत बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ज्ञान, शील ,एकता की पाठशाला है विद्यार्थी परिषद। उन्होंने कहा प्रदेश की युवा शक्ति ने कॉलेज कैंपस से क्षेत्रीयता,परिवारवाद और तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाली ताकतों को मोहतोड़ जवाब दिया है। एबीवीपी की शानदार सफलता पर बधाई देने वालों में आदित्य साहू, हेमलाल मुर्मू, सत्येन्द्र तिवारी, प्रणव वर्मा, प्रिया सिंह, महामंत्री दीपक प्रकाश, सांसद सुनील सिंह, विधायक अनंत ओझा, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, मनोज सिंह, नवीन जायसवाल, मुनेश्वर साहू, नूतन तिवारी, सरिता श्रीवास्तव, जेबी तुबिद, राजेश शुक्ला, प्रवीण प्रभाकर, दीनदयाल वर्णवाल, प्रतुल शहदेव, अनिल सिन्हा, मिस्फिका हसन, गणेश मिश्रा, हेमंत दास, शिवपूजन पाठक, संजय जायसवाल, तारिक इमरान, सूर्यमणि सिंह, प्रेम मित्तल, रविनाथ किशोर, उमाशंकर केडिया, रमेश पुष्कर, चंद्रप्रकाश आदि शामिल है।

कार्यकर्ताओं के परिश्रम से मिली जीत: याज्ञयवल्क
रांची विवि में भारी जीत परिषद कार्यकर्ताओं के परिश्रम की पराकाष्ठा का परिणाम है। हम परिषद के लोग सालों भर छात्रों के बीच सक्रिय रहते हैं। छात्रों के समस्यों के समाधान खोजते हैं। सुख-दुःख में उनके साथ खड़े रहते हैं। उसी सक्रियता का परिणाम है कि आज एबीवीपी को भारी जीत मिली है। इस चुनाव में अनथक परिश्रम से लगे संगठन के सभी कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों को ढ़ेर सारी बधाई।

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