दुमका। नक्सल प्रभावित गोपीकांदर प्रखंड के ओड़मो डहरटोला मौजा चल रहे अवैध कोयला खदानों पर दूसरे दिन भी प्रशासन की कार्रवाई जारी रहा। शनिवार को अवैध कोयला खदानों पर डोजरिंग कर मिट्टी भरने की प्रक्रिया शुरू की गई। सुबह से ही जिला प्रशासन एवं वन विभाग टीम के पुलिस दल-बल एवं बुल डोजर लेकर ओड़मो के डहरटोला पहुंचकर कार्रवाई करती रही।
डीएमओ कृष्ण कुमार किस्कू एवं डीएफओ अभिरुद कुमार सिन्हा के नेतृत्व में कोयला खदानों में मिट्टी भरने की प्रक्रिया शुरू की गई। बुलडोजर से करीब दस कोयला खदानों पर डोजरिंग कर मिट्टी भराई गई। जानकारों के अनुसार डहरटोला मौजा में कोयला की अवैध लगभग 30 से 40 खदान बताया जा रहा है। बीते शुक्रवार डीसी रविशंकर शुक्ला के नेतृत्व में जिला प्रशासन ताबड़तोड़ छापेमारी अवैध कोयला और बालू जब्त किया था। उसके बाद से कार्रवाई लगातार जारी है। अवैध कोयला उत्खनन के खिलाफ जिला प्रशासन के कार्रवाई से अन्य स्थानों पर हो रही अवैध कोयला के कारोबार पर प्रशासन का डंडा चलने की उम्मीद लोगों में जगी है।
उल्लेखनीय है कि गोपीकांदर से अधिक जिले के शिकारीपाड़ा प्रखंड में भी अवैध कोयला उत्खनन जारी है। प्रशासन के नाक के नीचे दिन के उजाले में प्रखंड क्षेत्र के बादलपाड़ा, खड़ीजोल एवं कल्याणपुर गांव में काले हीरे का अवैध उत्खनन मजदूर जान जोखिम में डाल करवा रहे है, जो साईकिल, मोटरसाईकिल, चाईना टोली, ट्रैक्टर आदि वाहनों से थाना क्षेत्र से सटे पश्चिम बंगाल और दूसरे राज्यों में खपाया जा रहा है। अवैध कोयला कारोबारी जमाबंदी, गोचर और वनभूमि में दर्जनों अवैध कोयला खादान चलाया जा रहा है। अवैध उत्खनन समीप के गांव के सरसाजोल के कारोबारी संलिप्त है। प्रशासन द्वारा अगर जांच की जाये तो कई कारोबारियों के अवैध संपति और संलिप्तता उजागर होगी।
कार्रवाई करने वाले टीम में एसडीपीओ, सदर मो नूर मुस्तफा असंरी, रेंजर विजय कुमार सिंह, सीओ आनंत कुमार झा, थाना प्रभारी बिलकन बागे समेत अन्य उपस्थित थे।