मास्टरमाइंड निकला कटकमदाग मुखिया
शूटर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर
हजारीबाग। हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र के जूलू पार्क में चार दिसंबर को हुई त्रिवेणी सैनिक कंपनी के एजीएम गोपाल सिंह के हत्या के 21 दिन बाद पुलिस ने मो. मुजम्मिल को गिरफ्तार किया है। मो. मुजम्मिल रांची का रहने वाला है। वह हजारीबाग जिले के केरेडारी थाना क्षेत्र के कंडाबेर में ननिहाल में रहकर रंगदारी वसूलने का काम करता था। साथ ही टीपीसी नक्सली संगठन का कमांडर कोहराम गंझू के लिए भी काम करता था। बुधवार को सदर डीएसपी कमल किशोर ने बताया कि एजीएम गोपाल सिंह के हत्या के पीछे का कारण रंगदारी नहीं दिए जाने और अपराधियों का साथ नहीं दिए जाने की वजह से हत्या की घटना को अंजाम दिया गया। डीएसपी ने बताया कि पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड कटकमदाग प्रखंड का मुखिया उदय साव है।

इस हत्याकांड से जुड़े रांची जिला के चान्हो थाना बलसोकर गांव निवासी मो. मुजम्मिल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी ने स्वीकारोक्ति बयान में गोपाल सिंह की हत्या में संलिप्त होने की बात स्वीकार की है। पुलिस ने आरोपी के पास से विवो कंपनी का एक मोबाइल, सैमसंग कंपनी का एक मोबाइल, पुराना छतिग्रस्त माइक्रोमैक्स कंपनी का एक मोबाइल, भारतीय स्टेट बैंक का तीन एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइवरी लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड व 4 हजार रुपए नकद भी बरामद किया है। उन्होंने बताया कि त्रिवेणी कंपनी में 10 लोगो का एक ट्रस्ट बनाया गया था, जिसमें सभी युवक को 8000 से लेकर 10 हजार रुपए तक महीना देने की बात कही गई थी।

जिसमें यह युवक एक सदस्य था, जिसकी तनख्वाह 8000 दी जाती थी। बाद में युवक एक लाख रुपए महीना मांगने लगा। इसी को लेकर उसे ट्रस्ट से निकाल दिया गया। बाद में वह कटकमदाग के मुखिया उदय साव से मुलाकात हुई, जिसके बाद योजना बनाया गया। मुखिया ने बिहार से शूटर सोनू पंडित को बुलाया और घटना के अंजाम दी गई। गोली चलाने वाला शूटर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।

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