खूँटी। जिला के सुदूरवर्ती अतिसंवेदनशील प्रखंडों एवं दुर्गम स्थानों में आम जनों को चिकित्सा लाभ त्वरित प्रदान करने जेवीएम के पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने झारखण्ड सरकार के अपर सचिव , स्वास्थ्य सचिव और कल्याण विभाग को 108 एंबुलेंस की व्यवस्था जनहित में कराने के संबंध में पत्र लिखा।

उन्होंने बताया कि खूंटी जिला दुर्घटना प्रक्षेत्र है। यहां नित दिन दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। कुछ प्रखंड जिला मुख्यालय से काफी दूरी पर स्थित है तथा प्रखंड मुख्यालय से भी क्षेत्र काफी अल्टर है। साथ ही, भौगोलिक संरचना के आधार पर एवं दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण मरीजों के आने-जाने एवं आद्यतन ले जाने में दिक्कत होती है। ऐसे स्थानों के स्वास्थ्य उपकेंद्र के लिए एम्बुलेंस की नित्यांत आवश्यकता है। जिनमें से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र-बिरबांकी(अड़की), प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र-उलिहातु,(अड़की), प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र- मारंगहादा, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र- गोविंदपुर(कर्रा), स्वास्थ्य उप केन्द्र,तपकरा (तोरपा), स्वास्थ्य उप केन्द्र- कालामाटी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र-जरियागढ़, स्वास्थ्य उप केन्द्र-गुलू(मुरहू) है। जिले के ऐसे अति संवेदनशील एवं दुर्गम स्थानों में लोगों की जान माल की सुरक्षा हेतु त्वरित चिकित्सा लाभ प्रदान करने हेतु उपरोक्त सभी केंद्रों में 108 एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए उन्होंने आग्रह किया है।

उन्होंने यह भी ज्ञापित कराया कि, वर्तमान में खूंटी जिला को चार 108 एंबुलेंस बेसिक लाइफ सपोर्ट श्रेणी(BLS) एवं दो एडवांस लाइफ सपोर्ट (ALS) के तहत आवंटित किया गया है जो जिले की भौगोलिक दृष्टिकोण एवं भौगोलिक संरचना के तहत पर्याप्त नहीं है।

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