खूँटी (स्वदेश टुडे)। जा शिव ही तेरा सहारा। एक शिशु को जन्म देने वाली माँ की भले ही किसी प्रकार की दिक्कत हुई हो। लेकिन आज शिशु को जन्म देने के बाद ईश्वर के दरबार में गुरु पूर्णिमा के दिन सुरक्षित कपड़े में लपेटकर छोड़ आना उस माँ के लिए विश्वास का एक सबब भी था। जिसने आज गुरु पूर्णिमा के दिन अपने अंग का अंश भगवान शिव के समक्ष शिव गुरु को समर्पित अपना शिशु कर आयी। और जरूर बोली होगी शिव ही तेरा सहारा और राज रख मेरी जीवन देकर इसकी।

आज खूँटी – राँची मुख्य मार्ग स्थित नामकोम के शिवालय में शिवलिंग के बगल में सफेद कपड़ों में लिपटा एक नवजात शिशु बरामद किया गया। इस लावारिश स्थिति में मंदिर के अंदर बच्चे के मिलने से लोग अचम्भित एवं आश्चर्यचकित हैं। बताया जाता है कि आज शाम को राजू महतो नामक एक शिव भक्त जब शिवलिंग दर्शन कर अगरबत्ती जलाने व आरती करने शिवालय के अंदर गया हुआ था। तब वहां अकेले लेटे बच्ची को देखकर हतप्रभ रह गया। राजू महतो ने इसकी सूचना तत्काल ही उप-प्रमुख जितेन्द्र कश्यप को दी। साथ ही मामले की जानकारी जितेन्द्र कश्यप ने खूँटी महिला थाना प्रभारी और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अल्ताफ खान को दी गयी। जानकारी मिलते ही महिला थाना और बाल संरक्षण पदाधिकारी पहुंचे। और नवजात बच्ची के विषय में जानकारियां ली। श्री खान ने बताया कि बच्चे को महिला थाना में सकुशल ले आया गया और स्वास्थ्य परीक्षण के बाद इस नवजात को कुछ दिन स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में रखा जाएगा उसके बाद ही किसी बाल सुरक्षा गृह में लालन-पालन होगा।

 

इसी क्रम में नवजात शिशु को स्वास्थ्य देखभाल के लिए सदर अस्पताल स्थित मातृ-शिशु अस्पताल में ले आया गया। जिसकी पूरी देखभाल सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार की देखरेख और निर्देशन में किया जाने लगा है। इसके लिए स्वयं सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार लग गए। वहीं चिकित्सकों ने बताया कि नवजात बच्ची अभी स्वस्थ है।

 

इधर, इस नवजात शिशु के मंदिर में पाए जाने को लेकर चर्चा बना हुआ है। सभी की जुबान पर एक ही सवाल है – इस स्थिति में नवजात बच्चे को आखिर कौन शिवालय के शिवलिंग के समक्ष छोड़ आया है ?

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