डुमरी/ गिरिडीह: प्रशासनिक पदाधिकारियों पर सामान्यतः लोग कार्यो में कोताही बरतने को ले कर प्रश्नचिन्ह लगाया करते हैं लेकिन डुमरी बीडीओ सोमनाथ बंकिरा ने अक्सर ऐसा कार्य कर देते हैं जिससे लोगों की उक्त धारणा को बदलने पर मजबूर हो जाते हैं।ऐसा ही एक
उदाहरण बीडीओ ने अपने कार्य क्षेत्र डुमरी प्रखंड में मनरेगा मजदूरों के साथ मिलकर किया है वह काबिले तारीफ है।यहां के लोग उनके इस कार्य की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रहे हैं।बीडीओ मंगलवार को नागाबाद ग्राम में मनरेगा योजना के तहत संचालित कार्यों के निरीक्षण हेतु गए हुए थे।ऐसे में कार्यस्थल पर कुछ इस तरह की परिस्थिति उत्पन्न हुई कि उन्होंने स्वयं जमीन से काटी गई मिट्टी का भार अपने कंधों पर लेकर ढोते
हुए बड़े ही सहज भाव से निर्धारित स्थल तक पहुंचा
दिया जिससे कार्यस्थल उपस्थित मनरेगा मजदूर भी अचंभित रह गए।उनकी कार्यशैली और स्फूर्ति ने सभी मजदूरों को आंतरिक रुप से प्रेरित किया।मजदूरों के मन में एक ही प्रश्न कौंध रही थी कि एक प्रशासनिक पदाधिकारी भी ऐसा हो सकता है।इस दौरान कनीय अभियंता राजेन्द्र प्रसाद बीपीओ मनीषा टुडू मुखिया प्रतिनिधि रणधीर वर्मा मुख्य रूप से मौजूद थे।मौके पर उपस्थित लोगों ने बीडीओ के इस शारीरिक श्रम के से काफी प्रभावित हुए।चर्चा है कि कोरोना संक्रमण अवधि में लगे लॉकडाउन के समय प्रखंड वासियों को
बीडीओ ने बढ़चढ़कर मानवीय सेवाएं की थी।बीडीओ ने बताया कि निरीक्षण के क्रम में नागाबाद गया था जहां मजदूरों के कार्य को देख कर उन्हें निर्देश दिया जिस पर मजदूरों ने अपनी क्षेत्रीय भाषा में कहा कि अपने तोय ढोईभी तो पता चलतो।मजदूरों ने समझा कि साहब उनकी भाषा को नहीं समझेंगे किंतु इतना सुनकर वह मुस्कुराए और उन्होंने मजदूरों से कहा कि जितना मिट्टी ढोना है इसमें भर दो जिसके बाद ऊंचे पठारी तक स्वयं अपने कंधों पर ढोकर मिट्टी को ले गए।

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