राँची। बाल कल्याण संघ (बीकेएस) रांची के द्वारा शहरों के मंदिरों में भिक्षाटन करने वाले, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले बच्चे, मानव तस्करी से शिकार बच्चो एवं उनके परिवारों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन एवं सड़कों में रहने वाले परिवार के लिए संस्थान द्वारा सेवा समर्पण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक दिन संस्था द्वारा 100 परिवारों को सुखा राशन, पानी एवं मास्क उपलब्ध कराया जाएगा।
इसके साथ ही साथ मानव तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह, बाल शोषण से प्रभावित बच्चे एवं उनके परिवार, कोविड-19 से प्रभावित परिवार एवं बच्चे, घरेलु हिंसा से प्रभावित महिलाओं के लिए बाल कल्याण संघ द्वारा संचालित एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र, नई दिल्ली के राष्ट्रीय हेल्पलाइन 10582 एवं राज्य संसाधन केंद्र, रांची के (संवेदना) टेली काउंसलिंग हेल्पलाइन 7016417267 ; 8709788290; 9471142715; 8709757057 के माध्यम से परामर्श किया जाएगा।

टेली काउंसलिंग हेल्पलाइन नंबर में प्रतिदिन पूर्वाह्न 10:00 बजे से अपराहन 5:30 बजे के बीच संपर्क किया जा सकता है। यह टेली काउंसलिंग हेल्पलाइन नम्बर को बाल कल्याण संघ के सचिव संजय कुमार मिश्र ने जारी किया है। उन्होंने बताया कि इस कोविड वैश्विक महामारी में बहुत सारे लोग मंदिरों में भिक्षाटन करते हुए झुग्गी झोपड़ी में रहते है। बहुत सारे घरों में महिलाओं के साथ कोविड-19 लॉकडाउन के कारण घरेलु हिंसा भी होता है साथ ही कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन के बाद बच्चों की तस्करी बढ़ने की संभावना को ध्यान में रखते हुए हमें कुछ परिवार एवं बच्चों को सुखा राशन तो कुछ परिवार एवं बच्चों को टेली काउन्सलिंग के माध्यम से परामर्श हेतु कार्य करने के लिए ये संवेदना कार्यक्रम को आज शुरू किया है ताकि इस तरह के प्रभावित परिवार एवं बच्चों को मानसिक रूप से मजबूती प्रदान किया जा सके। महिलाओं एवं बच्चों के लिए राज्य संसाधन केंद्र, रांची एवं एकीकृत पुनर्वास-सह-संसाधन केंद्र, नई दिल्ली के परामर्शी के माध्यम से परामर्श उपलब्ध कराया जाएगा। ताकि मानव तस्करी, बाल श्रम, बाल विवाह एवं बाल शोषण से शिकार हुए परिवार को मानसिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त किया जा सके।

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