रामगढ़। सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर जहां एक और जिला प्रशासन खुशी के माहौल में डूबा हुआ था, वहीं दूसरी ओर गोला में आजसू नेता की मिली लाश ने सनसनी फैला कर रख दी है। पेटरवार- रजरप्पा मुख्य मार्ग पर गोला थाना क्षेत्र के धोबिया जारा के सुनसान रास्ते पर आजसू नेता अंबुज केवट की लाश मंगलवार को बरामद हुई। बरामद लाश की स्थिति देखकर पुलिस और आम नागरिक भी हैरान थे। शरीर पर ना तो कोई धारदार हथियार से वार करने का निशान था और ना ही किसी ने उन्हें गोली मारी है। सुनसान इलाके में उनकी मौत ने अधिकारियों को भी हैरान कर कर रख दिया है। पूरे मामले की पुष्टि करते हुए एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि हेसापोड़ा गांव के रहने वाले अंबुज केवट अपने ससुराल बोकारो जिले के चास इलाके में गए हुए थे। वह सोमवार की रात अपनी पैशन प्रो बाइक  से घर वापस लौट रहे थे। उनके साथ रास्ते में क्या हुआ, इसका पता किसी को नहीं चला।
मंगलवार को उनकी लाश ग्रामीणों ने देखी। एसपी ने बताया कि सड़क पर अंबुज की बाइक खड़ी थी और वहां से लगभग 200 मीटर दूर लाश पड़ी हुई थी। अंबुज के सर पर हेलमेट लगा हुआ था। उनकी मौत के कारण का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की वजह सामने आएगी। एसपी ने बताया कि वन विभाग के अधिकारी और गोला पुलिस पूरे मामले की गंभीरता पूर्वक जांच कर रही है।
पार्टी कार्यकर्ता की मौत से मैं आहत हूं : सीपी चौधरी
अंबुज केवट की मौत की सूचना मिलते ही पूर्व मंत्री सह गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी गोला पहुंचे। उन्होंने एसपी के साथ घटनास्थल का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि अंबुज की मौत से पार्टी को भारी क्षति हुई है। यह बेहद ही कर्मठ कार्यकर्ता थे। चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है, ताकि उनकी मौत की वजह स्पष्ट हो सके। हालांकि चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि जिस तरीके से उनकी बाइक और लाश मिली है, उससे यह संदेह हो रहा है कि किसी ने उनकी हत्या की है। लेकिन यह कैसे हुआ, इसका पता पुलिस ही लगाएगी।
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