रांची। रांची वीमेंस कॉलेज में मंगलवार को केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई ) की टीम ने छापेमारी की है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की कार्रवाई लेक्चरर नियुक्ति घोटाले मामले में की गयी है। बताया जा रहा है कि इस दौरान सीबीआइ ने एक प्रोफेसर ममता केरकेट्टा को हिरासत में लिया है। ममता इंग्लिश की शिक्षिका हैं। 2008 में उनकी नियुक्ति हुई थी। उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने बीते एक अक्टूबर 2019 में लेक्चरर नियुक्ति घोटाले की जांच पूरी करने के बाद कुल 69 लोगों पर चार्जशीट दायर किया था।इनमें जेपीएससी के पांच अधिकारी, 59 परीक्षार्थी और पांच परीक्षक शामिल हैं।
सीबीआइ की जांच में 13 विषयों में लेक्चरर के पद पर बहाली में भ्रष्टाचार की पुष्टि हुई थी। इन विषयों में अंग्रेजी, इतिहास, मनोविज्ञान, जीव विज्ञान, राजनीति शास्त्र, अर्थशास्त्र, हिंदी, रसायन, भौतिकी, संस्कृत, मानव शास्त्र, दर्शन शास्त्र व उर्दू शामिल हैं। इसमें कॉपियों की फॉरेंसिक जांच भी करवाई गई। इसमें यह खुलासा हुआ कि कॉपी पर नंबर में छेड़छाड़ कर मनपसंद लोगों को पास कराया गया है। अभ्यर्थियों की मार्कशीट में अधिकारियों ने दिल खोलकर अंक भरे और उन्हें पास करवाया। जांच में काट-छांटकर नंबर बढ़ाने की भी पुष्टि हुई है।
मामले में सीबीआई ने गोपाल प्रसाद सिंह, एलिस उषा रानी सिंह, धीरज कुमार, दिलीप कुमार प्रसाद, राधा गोविंद नागेश, शांति देवी, जिंदर सिंह मुंडा, सुचित्रा बारा, सुप्रभा टुटी, भारती कुमारी, अमिताभ भारती, अंजू पुष्पा बा, राघवेंद्र कुमार सिंह, ममता केरकेट्टा, भीम राम, विनय कमार, अशोक कुमार सिंह, राजेंद्र सिंह, कांति कुमारी, असीम अनुपम डीन, संतोष स्वरूप शांडिल्य, अर्चना सिन्हा, शशि किरण, प्रदीप कुमार, विनोद कुमार, गीतांजलि सिंह, राखी रानी, राधा सिंह, कमल किशोर सिंह, शैलेंद्र कुमार सिंह, अरविंद कुमार झा, ममता कुजूर, अनमोल अमर बाबा, गणेश कुमार राम, सुमन कुमार, हरि प्रकाश झा, प्रकाश चंद्र दास, विनोद कुमार सिन्हा, दीप नारायण सिंह, मनीष कुमार दुबे, बालेश्वर राम, शत्रुघ्न कुमार पांडेय, सुरेश सिंह मुंडा, सुरेंद्र कुमार, रोज उरांव, कामना रॉय, विवेकानंद सिंह, कृष्ण मुरारी सिंह, मंतोष कुमार पांडेय, विजय अईंद, अनिता अल्दा, मनीष दयाल, प्रीति कमल, अविनाश सिंह, सतीश कुमार सिंह, ध्रुव नारायण सिंह, मनोज कुमार तिवारी, स्निग्धा कुमारी, हरिलाल रविदास, अजय बहादुर सिंह, राजेंद्र कुमार बड़ाइक, जितेंद्र हरिजन, गंगानाथ झा, संजीव कुमार, शिल्पी बक्सी, केदार नाथ तिवारी, नलिनी कांत मिश्र, चंद्रेश्वर प्रसाद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किया था। पूरा मामला केस संख्या आरसी 4/13 से जुड़ा है। साल 2008 में जेपीएससी ने 745 लेक्चरर की बहाली के लिए जेट परीक्षा का आयोजन किया था। इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था । मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने केस को सीबीआइ को सौंप दिया था।