रांची के हिंदपीढ़ी में नौकरी के नाम पर ठगी करने का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में 300 लोगों के हस्ताक्षर और फोन के साथ संचालक कुमार शानू उर्फ अंकित के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है। ठगी के शिकार युवक व युवतियों ने मंगलवार को कंपनी के ऑफिस में जमकर हंगामा किया। एवीएन ग्रांड होटल के सामने संचालित होने वाली स्मोक मल्टीप्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी ने 300 के अलावा कई लोगों से डाटा इंट्री के नाम पर करोड़ो रुपये की ठगी कर फरार हो गयी। आक्रोशित युवक और युवतियों ने कंपनी के पैसा लेकर भागने पर ऑफिस का ताला तोड़कर वहां रखा सारा सामान लूट लिया। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली डीएसपी अजीत विमल सहित कई थानेदार मौके पर पहुंचे और लोगों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें खदेड़ा। युवक और युवतियों का कहना है कि कंपनी लगभग दो लाख लोगों को ठगी का शिकार बना चुकी है। कंपनी के संचालक का नाम कुमार शानू उर्फ अंकित बताया जा रहा है। एक-एक व्यक्ति से 2000 से 6000 तक ठगी की गयी है। बताया गया कि हिंदीपीढ़ी थाना क्षेत्र के मेन रोड स्थित एवीएन ग्रांड होटल के सामने संचालित होने वाली स्मोक मल्टीप्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खोली गयी थी। इस कंपनी ने डाटा इंट्री के नाम पर लाखों युवक और युवतियों से करोड़ों रुपये की ठगी कर ली। इस कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि कंपनी नौकरी के नाम पर लोगों से ठगी कर रही है।

स्मोक मल्टीप्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के खुले हुए करीब दो माह हुआ है। यह कंपनी डाटा इंट्री के नाम पर लोगों से रुपये लेती थी। शुरुआत में कंपनी का कहना था कि एक सप्ताह में 140 पेज भर कर देने पर 3000 मिलेंगे। इसके एवज में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लोगों से 1200 रुपये ली जाती थी। फिर इस कंपनी ने रजिस्ट्रेशन फीस बढ़ाकर 3000 कर दी। इसमें 15 दिनों में 280 पेज भर कर देना होता था। इसके एवज में कंपनी ने लोगों को 6000 रुपया देने की बात कही। शुरुआती दिनों में कुछ लोगों को रुपया दिया भी गया। फिर जैसे-जैसे लोगों की संख्या बढ़ने लगी कंपनी ने रजिस्ट्रेशन फीस को बढ़ाकर 6000 रुपया कर दिया और अचानक लोगों से करोड़ों वसूल कर फरार हो गये। डीएसपी अजीत विमल ने बताया कि संचालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।

Show comments
Share.
Exit mobile version