रांची/चित्तौड़गढ़। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को अल्प प्रवास पर पारिवारिक भ्रमण के लिए चित्तौड़गढ़ पहुंचे। यहां उन्होंने परिवार के साथ चित्तौड़ दुर्ग के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया। इस दौरान चित्तौड़ दुर्ग के पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे।

जानकारी के अनुसार झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार अपरान्ह सड़क मार्ग से उदयपुर से चित्तौड़गढ़ पहुंचे। उनका काफिला शहर में प्रवेश करने के बाद सीधे चित्तौड़ दुर्ग पर गया। चित्तौड़ दुर्ग पहुंचने पर जिला कलक्टर ताराचंद मीणा और एसपी राजेंद्र प्रसाद गोयल ने सोरेन की अगवानी की। इसके बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कुंभामहल का भ्रमण किया और उसकी ऐतिहासिक महत्व के बारे में जानकारी ली।

यहां कुंभामहल के द्वार पर मीडिया से मुखातिब होते हुए सोरेन ने कहा कि भारत का इतिहास गौरवशाली है और इस इतिहास को सहेजने की और अगली पीढ़ियों को बताने की आवश्यकता है। चित्तौड़ दुर्ग पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक धरोहर है, जो बलिदान शौर्य और गौरव का प्रतीक है। इस विरासत को देखने के लिए वे पहली बार चित्तौड़गढ़ आए हैं और पूरे परिवार के साथ हैं। पद्मावत फिल्म को लेकर दुर्ग की प्रशस्ति बढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज है और इसी को जानकारी अपने पूरे परिवार के साथ चित्तौड़ दुर्ग पर आए हैं।

झारखंड में शिबू सोरेन द्वारा चलाए गए आदिवासी कल्याण आंदोलन को लेकर पूछे गए सवाल के बारे में उन्होंने कहा कि आंदोलन के परिणाम सबके सामने हैं और संसद द्वारा आंकड़ों की पुष्टि की जा सकती है। इधर, सीएम सोरेन के ग्रुप पर पहुंचने के बाद सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया गया जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात किया गया। उन्होंने चित्तौड़ दुर्ग के कुंभामहल, कालिका माता मंदिर, पद्मिनी सहित विभिन्न दर्शनीय स्थलों का निरीक्षण किया और गाइड के माध्यम से इस ऐतिहासिक विरासत के इतिहास के बारे में जानकारी ली।

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