रांची। रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया आरोपित राजीव कुमार सिंह कोरोना संक्रमित निकल गया। जिस बीमारी की दवा की वह कालाबाजारी कर रहा था, उसी बीमारी की चपेट में राजीव सिंह भी आ गया है।

सूत्रों ने शनिवार को बताया कि अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) ने उसे दो दिनों के रिमांड पर पर लिया था। रिमांड अवधि पूरा होने के बाद जेल भेजने से पहले शनिवार को कोविड-19 टेस्ट करवाया गया। जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। राजीव कुमार सिंह के कोरोना संक्रमित निकलने के बाद सीआईडी कार्यालय में हड़कंप मच गया है। राजीव कुमार सिंह को जेल से लाने से लेकर पूछताछ करने में शामिल रहे पुलिसकर्मी और अधिकारी अब आइसोलेट रहेंगे। सभी का कांटेक्ट ट्रेसिंग कर कोविड-19 टेस्ट करवाया जाएगा। सीआईडी कार्यालय में फ़िलहाल सैनिटाइजेशन करवाया गया है। राजीव सिंह को रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर चुकी थी। उसकी रिमांड अवधि पूरी हो चुकी थी। अब उसे वापस जेल भेजा जाना था। लेकिन संक्रमित निकलने के बाद उससे अब खेलगांव में बने कोविड-19 कैंप जेल में रखा जाएगा।

उल्लेखनीय कि राजीव कुमार सिंह बीते 28 अप्रैल को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। मामले में कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। ड्रग कंट्रोल विभाग की ओर से एफआईआर दर्ज कराई गई थी। एफआइआर दर्ज होने के बाद ही इस मामले को सीआईडी ने टेकओवर कर लिया था। राजीव कुमार सिंह में कालाबाजारी करते हुए 1.10 लाख में पांच इंजेक्शन की वाइल बेची थी। एक निजी चैनल के स्टिंग के बाद मामला सामने आया था। इसके बाद आरोपित राजीव कुमार सिंह को नामजद आरोपित बनायाते हुए केस दर्ज किया गया था। मामले में आईपीसी की धारा 420 120 बी, 188, ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मामले में सीआईडी डीएसपी अनुदीप सिंह के नेतृत्व में राजीव सिंह के घर का सर्च भी किया गया था। लेकिन उसके घर से सीआईडी को कुछ भी नहीं मिला था।

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