बीते 70 दिनों से प्रवासी व ज़रूरतमंदों के बीच ज़रूरी सामान उपलब्ध करा रहे हैं टोनी जैन
शमीम अहमद
हजारीबाग। विश्व में कोरोना का कहर जारी है। भारत भी से अछूता नहीं है। देश में बढ़ते संक्रमण पर काबू पाने के उद्देश्य से बीते 23 मार्च से देश में लॉकडाउन लगा दिया गया। देश में लॉकडाउन हो जाने से दिहाड़ी मजदूरों के साथ-साथ बड़े पैमाने पर आम लोगों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया। हालांकि केंद्र और राज्य सरकारों ने अपने अपने स्तर पर आर्थिक संकट से उबरने के लिए कई उपाय किए हैं और कर भी रहे हैं लेकिन फिलहाल जमीन पर यह नाकाफी साबित हो रहा है। इस बीच कई समाजसेवी, नेता, जन प्रतिनिधि, व्यवसायी के साथ साथ सक्षम नागरिक भी सामने आकर ज़रूरतमंदों की ज़रूरतें पूरी करने में जुटे हैं और कोरोना योद्धा की तरह कार्य कर देश को गौरवान्वित कर रहे हैं। ऐसे में हजारीबाग के भाजपा से ताल्लुक रखने वाले युवा समाजसेवी व सफल व्यवसायी टोनी जैन का नाम कोरोना योद्धा के रूप में शुमार हो गया है। श्री जैन आमजनों की मुसीबतों को कम करने और लोगों को राहत पहुंचाने का कार्य शुरूआती लॉकडाउन से ही आरंभ कर दिया। श्री जैन बताते हैं कि लॉकडाउन लगने के बाद आमजनों की चरमराती आर्थिक स्थिति साफ तौर पर नज़र आने लगी।
ऐसे में केवल उनकी स्थिति पर अफसोस जताने के बजाय मैंने उनकी मदद करने का रास्ता अपनाया और जिले के अलग अलग जगहों में लोगों तक पहुंच कर राशन सामग्री के साथ साथ ज़रूरी सामान मुहैया कराई। वह बताते हैं कि मुझसे जुड़े विभिन्न प्रखंडों व पंचायतों से लोगों को ज़रूरतमंदों के बारे में बताने का आग्रह किया। जानकारी होने पर लोगों तक पहुंच उन्हें रोज़मर्रा के ज़रूरी सामान मुहैया कराने के साथ-साथ सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों से मिलने की अपील भी की। वह बताते हैं कि कुछ ही दिन बाद मॉर्निंग वाक की जगह अब हमारे दिनचर्या में यह शामिल हो गया कि सुबह उठते ही लोगों के बीच राशन सामग्री पहुंचाने की सूचि के आधार पर उस ओर निकल पड़ता हूं और लोगों की मदद कर सुकून महसूस करता हूं। नर सेवा को नारायण सेवा बताते हुए वह कहते हैं कि वैसे तो बतौर समाजसेवी पिछले कई सालों से कार्य करते हुए लोगों के सुख दुख का हिस्सा रहा हूं लेकिन लॉकडाउन ने मुझे अपने लोगों के और करीब जाने का मौका दिया। इस दौरान आम जनों के जीने का संघर्ष और उनके अटूट साहस से भी रूबरू हुआ। उन्होंने बताया कि इस बीच कई बीमार लोगों के लिए दवा भी मुहैया कराई। लॉकडाउन में बेजुबान पशुओं के दर्द को महसूस करते हुए वह बताते हैं कि खाने की जद्दोजहद केवल आमलोगों को ही नहीं बल्कि कई बेजुबान जानवरों को भी करना पड़ रहा है। इसलिए लोगों की मदद के साथ साथ लॉकडाउन 1 से ही बेजुबानों को भी खाना खिला रहा हूं। हालांकि श्री जैन यह मानते हैं कि अब भी कई ज़रूरतमंदों को मदद की ज़रूरत है। उन्होंने सभी सक्षम लोगों से इस मुश्किल घड़ी में अपने आसपास के ज़रूरतमंदों को मदद करने की विनम्र अपील की है।
कौन हैं टोनी जैन
टोनी जैन हजारीबाग के सफल व्यवसायी हैं जिन्हें समाजसेवा में काफी दिलचस्पी है। समाज से जुड़े जनहित कार्यों का परिणाम ही है कि लोग श्री जैन को बेहतर समाजसेवी के तौर पर जानने लगे हैं। श्री जैन ने समाजसेवा को विस्तार देने के उद्देश्य से 12 वर्ष पूर्व भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। जनहित कार्यों में रूचि और पार्टी के प्रति निष्ठा के कारण श्री जैन को 2009 के लोकसभा चुनाव से ही कई जिम्मेदारियां दी गई, जिसे श्री जैन ने बखुबी निभाया। पार्टी ने बाद में उद्योग प्रकोष्ठ जिला संयोजक व अल्पसंख्यक मोर्चा जिला महामंत्री जैसे पद की भी जिम्मेदारी दी। फिलहाल श्री जैन जयंत सिन्हा फैंस क्लब के महासचिव पद पर कार्यरत हैं और विश्वव्यापी महामारी के दौरान बेजुबानों को खाना खिलाने के साथ साथ प्रवासी मजदूरों, क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे लोगों व जिले के विभिन्न इलाकों में ज़रूरतमंदों की मदद करने में जुटे हैं।
बताते चलें कि हजारीबाग में जिलाध्यक्ष के चुनाव के लिए 25 लोगों ने नामांकन किया है, जिसमें श्री जैन का नाम भी शामिल है। पूछे जाने पर श्री जैन ने कहा कि अगर पार्टी नेतृत्व जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी मुझे सौंपती है तो यह जिम्मेदारी सफलतापूर्वक मैं निभा सकता हूं।