खूँटी। आदिवासी अखरा (स्टेप्स) एवं सांस्कृतिक युवा कार्य निदेशालय के सहयोग से ग्राम कुदा में करमा पर्व की पूर्व संध्या समारोह मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि आदिवासी महिला शक्ति पड़हा भारत की अध्यक्षा श्रीमती बरखा लकड़ा, विशिष्ट अतिथि उप विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह, कार्यपालक दण्डाधिकारी उषा मुण्डू, तथा पद्मश्री मधु मंसूरी हंसमुख विशेष रूप से उपस्थित थे। करमा के पूर्व संख्या पर सर्वप्रथम अमर शहीद सरदार गया मुण्डा को माल्यार्पण कर करम अखरा का शुभारंभ मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों ने ढोल नगाड़ा और मांदर की थाप से उद्घाटन किया। जिसमें मुख्य अतिथि बरखा लकड़ा ने और आदिवासी भाषा और संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारा अधिकार को पहचानने की आवश्यकता है। अन्यथा हमारी भाषा और संस्कृति विलुप्त हो जाएगी। इसलिए अपना कला संस्कृति अपनी भाषा संस्कृति के अधिकार को अखरा के माध्यम से और संस्कृति अखरा के माध्यम से बचाएँ। जनजातीय परंपरा और संस्कृति की पहचान करमा पर्व और अखरा संस्कृति रही है। इस दौरान पद्मश्री मधुमंसूरी हंसमुख ने कहा कि अखरा बचाव, संस्कृति बचाव तभे हमर करम परब बांची। करमा पर्व के पूर्व सांस्कृतिक नाच-गान प्रस्तुत किया गया। साथ ही सभी नृत्य मंडली को सांस्कृतिक चिन्ह से एक-एक नगाडा मुख्य अतिथियों के द्वारा वितरण किया गया।
कार्यक्रम का संचालन आदिवासी अखरा के संस्थापक (स्टेप्स) के सुखराम पाहन ने किया।
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