रांची।  झारखंड के धनबाद में जज उत्तम आनंद की मौत मामला अब तक नहीं सुलझा है। लगातार मामले को लेकर सीबीआइ की टीम अनुसंधान कर रही है लेकिन अब तक की जांच में सीबीआइ के हाथ खाली हैं। सीबीआइ ने दूधवाले, पेट्रोल पंप कर्मचारी, पुलिसकर्मी, डॉक्टर सहित कई लोगों से पूछताछ की है। इसके अलावा आरोपितों का नार्को टेस्ट भी करवा चुकी है। फिर भी मौत की पहेली नहीं सुलझी है। सीबीआइ सैकड़ों लोगों से पूछताछ के साथ पांच लाख रुपये के इनाम की भी घोषणा भी कर चुकी है।

उल्लेखनीय है कि धनबाद में जज उत्तम आनंद की मौत 28 जुलाई को ऑटो से टक्कर लगने से हो गयी थी। लगभग एक महीने बीत जाने के बाद भी मौत की गुत्थी सीबीआइ नहीं सुलझा सकी है। अब भी जज की मौत पहेली बनी हुई है। झारखंड हाइकोर्ट को सीबीआइ ने सीलबंद स्टेटस रिपोर्ट सौंपी थी। उसमें सीबीआइ ने यही कहा था कि इस मामले में साज़िशन हत्या होने के बारे में सुराग नहीं मिले हैं। आरोपितों ने नार्को व अन्य टेस्ट के दौरान एक्सीडेंट होने की ही बात बार-बार कही है।

जज मौत मामले में आरोपित राहुल एवं लखन फिलहाल सीबीआइ हिरासत में हैं। सीबीआइ दोनों को लेकर ब्रेन मैंपिंग, नार्को टेस्ट करा चुकी है। बताया गया है कि दोनों ही आरोपित लगातार इस कांड में किसी साजिश से इंकार कर रहे हैं। साथ ही कह रहे हैं कि उन लोगों के वाहन से ही टक्कर लगी थी। घटना के बाद लखन को पुलिस ने गिरिडीह तथा राहुल को धनबाद स्टेशन से गिरफ्तार किया था।

जांच में पता चला था कि जिस ऑटो से जज उत्तम आनंद को टक्कर मारी गयी थी, वह चोरी का ऑटो था। जज को टक्कर मारने वाला ऑटो पाथरडीह की रहने वाली सुगनी देवी का है। सुगनी के अनुसार उसका ऑटो चोरी हो गया था। घटना से पहले लखन ने एक घर से मोबाइल भी चोरी भी की थी।

सीबीआई दोनों आरोपितों को लेकर जल्द धनबाद पहुंचेगी और एक बार फिर जांच शुरू करेगी।

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