खूँटी। जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौर में जिलांतर्गत उचित व्यवस्था और रखरखाव की अभावग्रस्त स्थिति में लोग दम तोड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति को देखते हुए   केंद्रीय जनजातीय विकास मंत्री अर्जुन मुंडा के जिला सांसद प्रतिनिधि मनोज कुमार ने इस व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है। उन्होंने बताया कि खूंटी के लोकल लोगों को कोरोना से बचाव के लिए जगह नहीं है। जिला अंतर्गत कोरोना के क्रिटिकल पेशेंट को रिम्स भेजा जा रहा है और दूसरे जिले के क्रिटिकल पेशेंट को खूँटी लाया जा रहा है। जिसके कारण ना वह बच पा रहा है ना ही यहां के लोग बच पा रहे हैं।

राज्य सरकार के मंत्री व्यवस्था देने के बजाय सिर्फ आना और जाना कर रहे है| उन्होंने यह भी कहा कि ना ही यहाँ वेंटिलेशन की सुविधा दी जा रही है और ना ही बेड बढ़ाये जा रहे हैं। राज्य सरकार के मंत्री केवल गुफ्तगू कर के जा रहे हैं। यह खानापूर्ति जिले वासी के लिए एक छलावा मात्र नहीं तो और क्या है।

जहाँ खूंटीवासी प्रतिदिन दम तोड़ रहे हैं। वहीं रांची और गुमला क्षेत्र के लोगों के लिए बेड मुहैया हो रहा है। यह बहुत दुख की बात है। जबकि केंद्र से जिले में सुव्यवस्थित ढंग से सुविधा दिलाने के लिए राशि भी उपलब्ध कराई गई है। इस पैसे का भी शायद उपयोग नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने यह भी कहा कि बढ़ती गर्मी के शुरुआत में पेयजल की किल्लत नगर सहित पूरे जिले में बनी हुई है। ऐसी विपरीत परिस्थिति में जनता के लिए किसी प्रकार का राहत नहीं है। नगर पंचायत क्षेत्र में तेजल का घोर अभाव है। और नगर पंचायत के पास मात्र चार टैंकर है । ऐसा अराजकता पूर्व से योजनाबद्ध कार्य नहीं किए जाने के कारण से ही हुई है। क्या उन्हें पता नहीं था की पानी की किल्लत आएगी ऐसी स्थिति पर पूर्व से तैयारी क्यों नहीं किया गया। पानी की किल्लत जिले में तो है तो सोलर संचालित टावर खराब होने से खूँटी नगर पंचायत के द्वारा अपने क्षेत्र में खर्च करने वाला राशि पैसा एक करोड़ रुपैया अन्य क्षेत्रों के लिए ट्रांसफर कर दिया गया। इसी पैसे से गांव क्षेत्र के लिए पेयजल उपलब्ध कराने में खर्च किया जाएगा।

जिला प्रशासन और राज्य सरकार को चाहिए कि पेयजल जल्द से जल्द उपलब्ध कराएं एमसीएच को सुव्यवस्थित करें लोग कोरोना  से मरे नहीं। इसके लिए पर्याप्त बैड तैयार कराएँ। जिले के मरीजों के लिए वेंटीलेशन की व्यवस्था हो। ताकि जिला ही नहीं जिले के साथ अन्य लोग भी इसका लाभ उठा सके।

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