लोहरदगा। लोहरदगा जिले के भंडरा लड़ाई टंगरा गांव में सोमवार को समूह से बिछड़े हाथी ने चार लोगों को कुचलकर मार डाला। इसमें लालमन महतो (60) ,नेहा कुमारी (18) ,झालो उरांव (27) और गणेश उरांव की मौत हो गई।
घटना के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि हाथी अहले सुबह करीब पांच बजे के आसपास गांव में पहुंचा। सुबह में कुहासा होने के कारण विजिबिलिटी कम थी, जिसके कारण हाथी लोगों को नजर नहीं आ रहा था। हाथी द्वारा लोगों को कुचले जाने के क्रम में हाथी के चिघाड़ने की आवाज को समझ पाते तब तक हाथी तीन लोगों को मौत के घाट उतार चुका था। सुबह में गांव के लोग नित्य क्रिया के लिए घरों से बाहर निकले थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हाथी जहां पर अड्डा बनाए हुए हैं ।उसके अगल-बगल ग्रामीण आ जा रहे हैं। इसी क्रम में गणेश उरांव नशे की हालत में हाथी के नजदीक चला गया था। इसी क्रम में हाथी उसे पटक कर कुचल दिया। घायल स्थिति में वन विभाग के कर्मियों के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंडारा के डॉक्टरों ने चिकित्सा कर उसके जान बचाने की प्रयास की और रिम्स रांची रेफर करने की तैयारी की जा रही थी। इसी क्रम में गणेश उरांव की मौत हो गई। पुलिस एवं वन कर्मियों के लगातार प्रयास के बाद भी स्थानीय ग्रामीण हाथी के आसपास जाने से परहेज नहीं कर रहे हैं । इसका नतीजा गणेश उरांव की जान चली गई। वन विभाग के द्वारा ध्वनि विस्तारक यंत्र से भी लोगों को हाथी के नजदीक नहीं जाने की प्रचार प्रसार किया जा रहा है। फिर भी ग्रामीण सरकारी आदेशों का उल्लंघन करते हुए हाथी के आसपास मंडरा रहे हैं।