हजारीबाग। हजारीबाग के पूर्व जिला अवर निबंधक वैभव मणि त्रिपाठी सहित चार अधिकारियों पर जल्द मामला दर्ज होगा। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी-चार श्रीवास्तव की कोर्ट ने आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा की शिकायत वाद की सुनवाई के बाद गुरुवार को यह आदेश जारी किया है। सदर थाने में मामला दर्ज किया जाएगा।

 

जानकारी के मुताबिक आरटीआई एक्टिविस्ट ने निबंधन कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज की मांग की थी। लेकिन कई बार पत्राचार के बाद भी वैभव मणि त्रिपाठी के द्वारा सीसीटीवी फुटेज नहीं दिया गया। इसकी कोई सूचना भी उपलब्ध नहीं कराई गई।

 

राजेश मिश्रा के द्वारा अपर समाहर्ता प्रथम अपीलीय पदाधिकारी रंजीत कुमार लाल एवं रोशन लाल के पास भी मामले को रखा गया था लेकिन यहां से भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद वह कोर्ट के शरण में गए। अब न्यायालय ने इस मामले की सुनवाई करते हुए वर्तमान अवर निबंधन पदाधिकारी रूपेश कुमार समेत चारों अधिकारी पर एफ आई आर दर्ज करने का आदेश दिया है।

 

क्या है पूरा मामला

दरअसल, आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा निबंधन कार्यालय को लेकर लगातार भ्रष्टाचार की सूचनाएं निकाल रहे थे। इसी दौरान 2020 में उन्हें लोहशिघना थाने की पुलिस के द्वारा मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था लेकिन जांच में पूरा मामला फर्जी पाया गया था और निबंधन कार्यालय के कर्मियों की संलिप्तता पाई गई थी। इसी के बाद राजेश मिश्रा ने कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज की मांग की थी लेकिन यह पदाधिकारियों के द्वारा उपलब्ध नहीं कराया गया। राजेश मिश्रा इसे अब अपनी बड़ी जीत बता रहे हैं।

 

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