खूँटी। देशभर में आज 75वें स्वतंत्रता दिवस पर झंडोतोलन किया जाना अलग बात है । पर आज उस धरती पर झंडोतन किया जाना एक गौरवान्वित विषय है। जहाँ की धरती पर आजादी के लड़ाई में भूमिका निभाई उसी के कारण वह गांव और घर पवित्र माना जा रहा है ‌। जहाँ देश के और राज्य के राजनीति के बड़े बड़े हस्ती पहुँच चुके हैं। जिनके नाम पर कई जगहों का नामकरण भी हुआ है। वह भगवान बिरसा मुंडा के दर्शनीय घर बिरसा ओड़ा में पहली बार राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया। यह गौरव का विषय है।

खूँटी के भगवान बिरसा मुण्डा के जन्मभूमि गांव के बिरसा ओड़ा में पहली बार झंडोतोलन किया गया। इस नक्सली बाहुल्य क्षेत्र स्थित में स्वतंत्रता की लड़ाई में भूमिका निर्वहन करने वाले भगवान बिरसा मुण्डा के पूजनीय स्थल में कभी किसी ने झंडोतोलन करने का विचार नहीं किया था। जहाँ आजादी के 75वें वर्ष में पहली बार झंडा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की अगुवाई में बिरसा मुण्डा के वंशज जौनी मुण्डा ने फहराया। अपने अभिभाषण में जौनी मुंडा ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि उलीहातु में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडोतोलन किया गया।

यह कार्यक्रम “एक गांव एक तिरंगा” अभियान के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के तत्वाधान में उलिहातु में  झंडोतोलन किया गया था। जिसमें सैकड़ों की संख्या में युवक युवतियों ने हाथ में तिरंगा लिए उलीहातु में शोभा यात्रा भी निकाली। इस दौरान भारत माता की जय, भगवान बिरसा मुंडा अमर रहे, वंदे मातरम जैसे नारों से पूरा उलीहातु गूंज उठा। इस शोभा यात्रा बिरसा मुंडा के जन्मस्थल पर समाप्त हुआ।

बिरसा मुंडा की वंशज जौनी मुंडा ने ध्वजारोहण किया। मौके पर एबीवीपी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री निखिल रंजन उपस्थित रहे।

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