हजारीबाग। झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) के साथ जुड़कर महिलाएं कई तरह का कार्य कर रही है। इन कामों से न केवल वे आत्मनिर्भर बन रही हैं, बल्कि उनके जीवन में भी बदलाव आ रहा है। जिले के दारू प्रखंड के रामदेव खरिका की महिलाएं जरबेरा फूल की खेती कर आत्मनिर्भर बनने के साथ ही जीवन में बदलाव आने की बात भी कह रही हैं।
महिला ग्रुप की संगीता कुमारी ने कहा कि जेएसएलपीएस ने फूल की खेती के लिए आवेदन भरवाया। आवेदन भरने के बाद न केवल उनके ग्रुप को ग्रीन हाउस दिया गया, बल्कि पौधा भी अनुदानित मूल्य पर दिया गया। साथ ही पौधे को उगाने के लिए बेड बनाने से लेकर सभी प्रशिक्षण दिए गए। आज उनकी मेहनत ने रंग लाया है और फूल खिल आए हैं। संगीता कुमारी का कहना है कि आने वाले समय में इसका अधिक मूल्य मिलेगा, जिसका लाभ उन महिलाओं को मिलेगा। उन्होंने कहा कि अन्य महिलाओं को भी फूल की खेती के लिए प्रेरित करने का काम करेंगी।
महिला ग्रुप से जुड़ी रीता देवी मानती हैं कि फूल की खेती से जेएसएलपीएस ने आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उन लोगों के जीवन में बदलाव लाने का काम किया है। उनका मानना है कि चूल्हा चौका से सिमटी महिलाएं जेएसएलपीएस से जुड़कर सरकार की योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर रही है। उन योजनाओं का उपयोग कर रही हैं और आत्मनिर्भर बनने के साथ ही जागरूक भी बन रही हैं। महिलाएं अब अन्य को भी जागरूक बना रही हैं। इससे उनके जीवन में भी बदलाव आ रहा है।
दारू प्रखंड के बीडीओ राम रतन बरनवाल भी मानते हैं कि जेएसएलपीएस से महिलाएं कई काम कर आत्मनिर्भर होने के साथ ही जागरूक हो रही है। यह उनके जीवन में बदलाव ला रहा है। स्वाभाविक है कि जेएसएलपीएस ने महिलाओं को कई रोजगार से जोड़ कर आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उन्हें जागरूक करने का काम और उनके जीवन में बदलाव लाने का प्रयास किया है। यह प्रयास सराहनीय है।
Show
comments