खूँटी। इंडियन ऑयल के डेप्युटी जनरल मैनेजर प्रमोद रंजन को पत्र लिखकर टर्मिनल अनिगड़ा के निर्माण काल में प्रभावित गांव के ग्रामीणों को जिला प्रशासन खूंटी एवं आईओसीएल के द्वारा दिए गए आश्वासन जल मीनार सोलर लैंप सामुदायिक भवन खेलकूद के सामानों का वितरण जनहित में पूरा कराने के संबंध में जेवीएम के पूर्व जिलाध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने पत्र लिखकर निर्गत कराने का आग्रह किया है। उन्होंने आइओसीएल टर्मिनल अनिगड़ा के निर्माण के शुरुआती दौर में गांव अनिगड़ा पोकला, चारिद बरटोली डड़गामा चांडी डीह सेरेंगडीह गांव के विकास, उक्त सभी गांव में पीने के पानी की पी सी सी सड़क का निर्माण कराना, सोलर लैंप तथा सोलर पंप के द्वारा पीने के पानी की व्यवस्था तथा सामुदायिक खेलकूद सामग्री का वितरण संबंधी दिए गए पूर्व के आश्वासन को जनहित में एवं ग्रामीणों के हित में पूरा कराने के लिए इंडियन ऑयल रिफायनरी सेंटर के डेप्युटी जेनरल मैनेजर प्रमोद रंजन को पत्र लिखकर मुहैया कराने के लिए कहा।

आइओसीएल टर्मिनल अनिगड़ा में विस्थापित गांव के लोगों को को तो नहीं पूरे खूंटी जिला के एक भी व्यक्ति को अस्थाई नियोजन नहीं दिया गया है सभी नियुक्तियों आउटसोर्सिंग सही किया गया है।

उन्होंने कहा कि खूंटी जिले के मेन रोड से होकर रोजाना 500 टैंकरों का परिचालन प्रतिदिन होता है लेकिन खूंटी के किसी भी ट्रांसपोर्टर का एक भी तेल टैंकर को आइओसीएल टर्मिनल डिपो से चलाने की अनुमति नहीं है क्योंकि ठेकेदारी प्रथा है खूंटी जिला के ट्रांसपोर्टर इसके लायक नहीं है क्या?

रोजाना करीब 500 टैंकरों के परिचालन से खूंटी की सड़कों में ट्रैफिक दबाव काफी हो जाता है और तेल टैंकरों का गति भी अधिक होती है खूंटी जिला प्रशासन को कई बार लिखित शिकायत की गई पर कोई पहल आज तक नहीं हुई।

आइओसीएल टर्मिनल के समीप दोनों छोर में गाड़ी लगी रहती है जिससे आने जाने वालों को एवं वाहनों को काफी दिक्कत होती है दुर्घटनाएं की संभावना बनी रहती है अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं क्या इसीलिए आइओसीएल टर्मिनल का निर्माण किया गया है।

जब आईओसीएल टर्मिनल अनिगड़ा का निर्माण कराया जा रहा था उक्त टर्मिनल के निर्माण हेतु भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही थी तो आइओसीएल टर्मिनल के वरीय पदाधिकारी एवं जिला प्रशासन के द्वारा गांव के लोगों को बड़ी-बड़ी सपने दिखाने का कार्य किया गया आईओसीएल टर्मिनल के पदाधिकारियों के द्वारा लेकिन पोकला एवं अलीगढ़ आ गांव में सिर्फ एक चापानल देकर अपने पूर्व के दिए गए आश्वासन एवं दायित्व को पूर्ण विराम लगाने का कार्य किया गया है उक्त टर्मिनल में खूंटी जिला के एक भी व्यक्ति को अस्थाई नियोजन नहीं दिया गया।

खूंटी की जनता को पूर्व में दिए गए आश्वासन को अमल कराने हेतु श्रीमान को एवं जिला प्रशासन को इसी पत्र के माध्यम से याद दिलाने का कार्य किया जा रहा है। आईओसीएल टर्मिनल बनने से खूंटी जिला वासी को कोई लाभ नहीं मिला यहां के जनप्रतिनिधि चाहे सांसद हो या विधायक या पूर्व सांसद सभी ने सिर्फ आश्वासन दिया और कुछ नहीं किया इस संबंध में जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बने हुए हैं कोई पहल आज तक नहीं किया गया।

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