हजारीबाग। स्वतंत्रता सेनानी लक्ष्मी प्रसाद दुबे के निधन पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। ये अपने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के लिए मार्गदर्शक के रूप में हमेशा से रहे। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जय शंकर पाठक ने गहरा शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि ये ख्याति प्राप्त सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी थे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनकी अहम योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। भारत छोड़ो आंदोलन में उन्होंने जो सक्रिय भूमिका निभाई थी, उससे हजारीबाग गौरवान्वित हो रहा है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को यह दुःख सहन करने की शक्ति दे। जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि लक्ष्मी दुबे में अद्भुत नेतृत्व क्षमता थी।
यही वजह है कि अपने पंचायत में कई बार मुखिया निर्वाचित हुए। जिला कमिटी कांग्रेस से लेकर प्रदेश कार्यकारिणी के कई पदों पर पदाधिकारी रहे कांग्रेसियों के बीच में इनकी अद्भुत लोकप्रियता थी, जिस वजह से प्रदेश के कई मुख्यमंत्री के बीच ये नजदीकी माने जाते थे। पूर्व जिला अध्यक्ष जवाहरलाल सिन्हा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे उनके बीच रहने का सौभाग्य प्राप्त है। मेरे परिवारिक संबंध थे, जहां तक मैं जानता हूं वह अपनी पूरी जीवन राष्ट्र सेवा को समर्पित कर चुके थे। जोनल प्रवक्ता डॉ जमाल अहमद ने दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि वह एक सामाजिक प्राणी के रूप में भी खुले दिल के साथ सत्य और न्याय के पुजारी थे। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सुनील ओझा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्रता भारत में हर एक व्यक्ति अपने स्वतंत्रता सेनानियों का कर्जदार हैं, जिन्होंने अपना सब कुछ छोड़ कर पूरी जिंदगी देश की आजादी के लिए समर्पित कर दिया ऐसे महान आत्मा का हमारे बीच से चले जाना हम सबके लिए दुःख की बात है ।
शोक व्यक्त करने वालों में मिथिलेश दुबे, वीरेन्द्र सिंह, शशि मोहन सिंह, दिलदार अंसारी, यमुना यादव, आबिद अंसारी, डॉ आरसी मेहता, धीरेंद्र दुबे, जयप्रकाश यादव, रविंद्र गुप्ता, तोखन रविदास, गोविंद राम, सुनील अग्रवाल, सरजु यादव, रंजीत यादव, उदय साव, साजिद अली खान, प्रकाश यादव, निसार खान, शैलेंद्र यादव, मनोज नारायण भगत, सदरुल होदा, ओमप्रकाश गोप सारदा रंजन दुबे असगर अली आदि हैं।