हजारीबाग| उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद की अध्यक्षता में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए निजी अस्पताल संचालकों के साथ वेबिनार के माध्यम से बैठक हुई। बैठक में कोरोना संक्रमित व्यक्ति के ईलाज के लिए उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए सुविधाओं को बढ़ाने पर बल दिया गया। उपायुक्त ने कोविड मरीजों को इलाज़ के लिए चिन्हित अस्पताल संचालकों से कहा कि सभी अस्पताल अपने यहाँ पाइपलाइन से कनेक्टेड न्यूनतम 10 ऑक्सीजन सुविधायुक्त बेड को बढ़ाएं। जहाँ संभव नहीं है वहाँ तत्काल सिलिंडर से मरीजों के बेड तक ऑक्सीजन की सुविधा सुनिश्चित करें। पाइपलाइन ऑक्सीजन कनेक्शन में फिटर मकैनिक की कमी या किसी तरह के लिए सहयोग का भरोसा दिलाते हुए अस्पताल प्रबंधकों को अपने स्तर से जल्द पहल प्रारम्भ करने को कहा।

समीक्षा के क्रम में वंदना, छितिज, लाइफ केयर, एपेक्स, श्रीनिवास, मिशन, निदान, आरोग्यम आदि अस्पतालों में कोविड के भर्ती मरीजों, कुल कोविड आरक्षित बेड, ऑक्सीजन अथवा वेंटिलेटर की सुविधा, संक्रमितों के मृतकों के सम्बंध में कारण व उपायों के विषय पर जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा अस्पताल प्रबन्धक अपने उपलब्ध संसाधनों का बेहतर तरीके से उपयोग करें, उन्हे प्रशासन की ओर से हर सम्भव सहयोग मिलेगा। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज से निजी अस्पताल के साथ बेहतर तालमेल की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को अगर सरकारी अस्पताल में स्थान्तरित/रेफर करने अथवा कोई इमरजेंसी मेडिकल सपोर्ट की जरूरत होती है तो मेडिकल कॉलेज के नियंत्रण कक्ष अथवा अस्पताल प्रबंधक स्तर से समन्वय बना कर समाधान करने की बात कही।

कोरोना संक्रमितों के मरीज़ों को दवा की अनुशंसा करने के मामले में चिकित्सको से उपायुक्त ने कहा जो दवा बाज़ार में आसानी से उपलब्ध नहीं है, वैसी दवाओं को प्रिस्क्रिप्शन में न लिखें। इससे मरीजों व उनके परिजनों को अनावश्यक परेशानी होती है। रेमेडिसिवर के मामले पर उपायुक्त ने बताया जिन अस्पताल में दवा की जरूरत हो तो ड्रग कंट्रोलर को ऑनलाइन रिक्वेस्ट भेज कर मंगवा लें। शत प्रतिशत कांटेक्ट ट्रेसिंग पूरा करने, होम आइसोलेट मरीज़ों की मॉनिटरिंग करने, जरूरी मेडिकल सपोर्ट करने का निर्देश दिया गया साथ ही होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के सूक्ष्मता से निरंतर मोनिटरिंग करने के साथ साथ उनके सम्पर्क में आये लोगों, परिजनों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने के लिए प्रत्येक मरीजों से मोबाइल नंबर पर सम्पर्क करने का निदेश देते हुए वर्तमान स्थिति से संबंधित जानकारी संग्रहित करने पर विशेष जोर दिया।

इसके अलावा नमूना संग्रहित करने, नमूनों की जाँच को समय पर पूरा करने के लिए नोडल अधिकारी को सुनिश्चित करने का निदेश दिया।ज़िला नियंत्रण कक्ष को अधिक प्रभावी तरीके से क्रियाशील करने के निमित शिकायतों को पंजीकृत करने व शिकायतों के निष्पादन होने तक फॉलो-अप करने की व्यवस्था करने का निदेश प्रभारी अधिकारी को दिया। उन्होंने कहा 24 घंटे कन्ट्रोल रूम को क्रियाशील रखें। समस्याओं, शिकायत निवारण के लिए अन्य टीम व वरीय अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर समस्याओं का निदान करने में सहयोग करें। वेबिनार में उपायुक्त के अलावा बरही एसडीओ कुमार ताराचन्द, कोविड कोषांगों के निमित सभी नोडल अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, निजी अस्पताल के संचालक मौजूद थे।

Show comments
Share.
Exit mobile version